सलोन, रायबरेली। एक वर्ष पूर्व आये कोरोना के प्रथम पडाव के लाकडाउन से लेकर अब तक में लोग भले ही परेशान हो गए हो किंतु कुछ लोगों के लिए लाख डाउन घातक बना तो वही भू माफिया के लिए लाकडाउन वरदान साबित हुआ कुछ भू माफियाओं ने कोरोना के प्रथम पड़ाव में सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण कर लिया तो वहीं वर्तमान समय में कोरोना के चल रहे दूसरे पड़ाव में भी कुछ भू माफियाओं ने आपदा को अवसर में बदल सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण कार्य के कार्य को अंजाम देने कि ताक में लगे हैं सलोन तहसील की मटका गांव निवासी ग्राम रोजगार सेवक (पंचायत मित्र) ने अपने रसूख के दम पर मटका ग्राम सभा के ही पूरे दीन गांव के बाहर तालाब के समीप बंजर की भूमि पर अवैध निर्माण कर लिया था जबकि उक्त अवैध निर्माण को आज से लगभग 3 वर्ष पूर्व सलोन तहसील प्रशासन ने पूर्ण रूप से रुकवा दिया था तथा उक्त पंचायत मित्र वीरेन की माता फूल कली के विरुद्ध उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता की धारा 67 /1 बेदखली का भी वाद तहसीलदार कोर्ट में प्रचलित था जिसके बावजूद अपनी रसूख के दम पर पंचायत मित्र वीरेंद्र ने पिछले वर्ष लगे lock-down का फायदा उठाते हुए प्रशासन की आंखों में धूल झोंक उक्त अवैध निर्माण को रुकवाने के बावजूद अवैध निर्माण में छत डाल दिया था और उसी के 1 वर्ष बाद अब वर्तमान में कोरोना के दूसरे पड़ाव में लगे लाकडाउन का फायदा उठाकर बिना प्रस्ताव के गलत तरीके से अपनी बेटी का खर्च लगाकर लोगों को गुमराह करते हुए अपने मकान के बगल से इंटरलॉकिंग का निर्माण करवा रहे थे जिसकी शिकायत गांव के रामनरेश पुत्र बच्चों ने उच्चाधिकारियों से की किंतु उसके परिणाम स्वरूप मौके पर क्षेत्रीय हल्का लेखपाल आशीष विक्रम सिंह मौके पर आए परंतु लेखपाल आशीष विक्रम सिंह ने उल्टा शिकायतकर्ता को ही अभद्र शब्दों का प्रयोग कर मौके से भगा दिया जिसकी शिकायत जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव से की गई तो मौके पर सलोन तहसील के तेजतर्रार छवि के तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता मौके पर आए और उक्त भूमि की पैमाइश करवाया जिसमें रसूख के दम पर पंचायत मित्र वीरेन द्वारा किये गए अवैध मकान के निर्माण को तत्काल सील कर दिया जिससे मौके पर हड़कंप मच गया अब देखना यह है कि तहसीलदार अजय कुमार गुप्ता द्वारा उक्त अवैध निर्माण को सील करने के बाद क्या पंचायत मित्र वीरेंद्र अपने रसूख के दम पर पुनः सील को खुलवाने में कामयाब हो जाता है या नहीं क्या?
रिपोर्ट : जावेद आरिफ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment