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Saturday, July 1, 2017

महिला सिपाही के हस्तांरण की सिफारिश के लिए फर्जी लेटर पैड पर विवाद में फसे बीजेपी जिलाध्यक्ष दिलीप

फर्जी लेटर पैड पर महिला सिपाही के हस्तांरण की सिफारिश का मामला

महिला सिपाही के हस्तांरण की सिफारिश के लिए फर्जी लेटर पैड पर विवाद में फसे बीजेपी  जिलाध्यक्ष दिलीप

(जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली )
(अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र)
रायबरेली । भाजपा जिलाध्यक्ष के  फर्जी लेटर पैड पर  महिला सिपाही के हस्तांतरण की सिफारिश के मामले को पीड़ित पक्ष ने झूठा बताया है ।पीड़िता कुसुम सिंह पत्नी शिवशंकर भदौरिया ने बताया कि लेटर पैड पर जिलाध्यक्ष दिलीप यादव के ही हस्ताक्षर है । यदि हस्ताक्षर गलत या फर्जी है तो इस मामले की किसी हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जाँच करा ली जाए।श्रीमती भदौरिया ने बताया कि वह मई माह में बीजेपी जिलाध्यक्ष से उनके कैम्प कायार्लय में जाकर मिली थी और महिला सिपाही की ज्यादती के बारे में बताया । जिस पर उन्होंने उचित न्याय का भरोसा देते हुए अपने पैड पर मुख्यमंत्री को सम्बोधित पत्र दिया था ।जिस लैटर पैड को  उन्होंने प्रदेश के उच्य आलाधिकारी को फैक्स कर दिया साथ ही उन्होंने बताया कि पत्र की मूल प्रति आज भी है उसकी कही भी जाँच कराई जा सकती है । बताते चले कि सूबे में बीजेपी सरकार है और बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ताओं की मनमानी व तानाशाही अपनी चरम सीमा पर है जनपद रायबरेली में बीजेपी  के जिलाध्यक्ष ने महिला सिपाही के हस्तांरण की सिफारिश को लेकर अपने ही लैटर पैड को झूठा करार कर दिया मामला कुछ यूं है कि एस पी कार्यलय में तैनात महिला सिपाही नीलम मिश्रा का रायबरेली नि0 शिवशंकर सिंह भदौरिया के साथ सम्पति और दुकान को लेकर विवाद चल रहा है ।जिसमे शिवशंकर ने नीलम मिश्रा के ऊपर न्यायलय से कई गम्भीर मुकदमे दर्ज करा दिये है जिसकी विवेचना महराजगंज क्षेत्राधिकारी कर रहे है ।शिवशंकर का कहना है कि पुलिस कार्यालय में तैनाती के चलते नीलम विवेचना में दखल दे सकती है जिससे इनका ट्रांसफर अन्य जनपद में कर दिया जाये ।जिसको लेकर शिवशंकर ने हाल ही में पुलिस कार्यालय में परिवार सहित धरना प्रदर्शन भी किया था । वही भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप यादव के लेटर पैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें कुसुम सिंह पत्नी शिवशंकर सिंह भदौरिया की ओर से न्याय की गुहार लगाते हुए महिला सिपाही नीलम मिश्रा के गैर जनपद में स्थान्तरण की अनुशंसा की गयी है, यही नहीं 2 मई 2017 की तारीख वाले इस लेटर पैड पर उच्चाधिकारी ने जांच के लिए प्रेषित के बाद कार्रवाई की मोहर भी लगा दी गई थी । भाजपा के जिलाध्यक्ष का पैड होने के नाते इसपर आधिकारियों की कलम चलती रही और किसी ने ध्यान भी नहीं दिया | उधर रायबरेली के भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष दिलीप यादव को इस बाबत जानकारी हुई तो उन्होंने 24 जून 2017 को रायबरेली एसपी को लेटर लिखा कि उन्होंने कुसुम सिंह पत्नी शिवशंकर सिंह भदौरिया को कोई लेटर पैड कभी नहीं जारी किया है | मेरे फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उसका पूर्णत: दुरुपयोग किया गया है ।जबकि पीड़िता का कहना यही है कि हस्तांरण की सिफारिश के नाते बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने मुझे ये लैटर अपने ही कैम्प कार्यालय में दिया था ।जनपद में तूल पकड़े हुए महिला सिपाही के हस्तांरण की सिफारिश के मामले में सूबे की सरकार ,प्रशासन और बीजेपी जिलाध्यक्ष पर कई सवालिया प्रश्न खड़े होते है ।

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