Translate

Sunday, May 9, 2021

वीरता के प्रतीक थे महाराणा प्रताप

बिलारी,मुरादाबाद ।मुगल साम्राज्य को हिला देने वाले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 481 वी जयंती को क्षत्रिय समाज के साथ आम नागरिकों ने ग्रामीण अंचल से लेकर शहरों तक धूमधाम से मनाया तथा उनके चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए। नगर के रेलवे स्टेशन रोड स्थित प्रेम शांति सदन में क्षत्रिय युवा एकता मंच ने राष्ट्रीय गौरव राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया ।इसी बीच क्षत्रिय युवा एकता मंच के अध्यक्ष विजयपाल सिंह राघव ने कहा कि 9 मई 1540 वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह एवं माता रानी जयंता बाई के घर महाराणा प्रताप का जन्म हुआ था ।महा प्रताप की वीरता के विषय में बताते हुए कहा कि मुगलों और महाराणा प्रताप के बीच हल्दीघाटी के युद्ध में मुगलों के छक्के छुड़ा दिए। महाराणा प्रताप की जितनी उनकी बहादुरी के लिए जाना जाता है उतनी ही उनकी दरियादिली प्रजा का राज्य से प्रेम जगजाहिर है। हल्दीघाटी युद्ध में मुगल शासक अकबर के खिलाफ लडा गया युद्ध इतिहास के सबसे चर्चित युद्ध में है।महाराणा प्रताप ने इस युद्ध में अपनी छोटी सेना के साथ मुगलों की विशाल सेना को नाकों चने चबा दिए थे। इस अवसर पर भूपेंद्र प्रताप सिंह, गुड्डू सिंह ,सूर्य प्रताप, आदित्य राघव आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

रिपोर्ट : राघवेंद्र सक्सेना बीनू
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

No comments: