रायबरेली। राष्ट्रीय ब्रह्म चेतना ग्रुप आज 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की सातवीं वर्षगांठ मना रहा है
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश तिवारी ने कहा कि योग ही हम सबके जीवन में ऊर्जा प्रदान करता है इसलिए आज आप सब अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर संकल्प लें कि हम हर एक घंटा अपने शरीर के लिए योग करेंगे। उन्होंने कहा कि यह वह समय है कि कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर के लोगों का सामान्य जीवन लगातार अस्त व्यस्त है और लोग लगातार तनाव में है तो ऐसे हालात में योग की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है। कोविड-19 जैसी महामारी के कारण अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हमे घर पर ही योग करना चाहिए। प्राचीन भारतीय ऋषियों-मुनियों ने मानव को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए विभिन्न शारीरिक व मानसिक अभ्यासों को विकसित किया, जिसे हम योग विज्ञान के नाम से जानते है। आज योग विज्ञान भारत ही नहीं अपितु पूरी दुनिया में न केवल प्रसारित हो चुका है बल्कि पूरी दुनिया इसके चमत्कारी प्रभावों व लाभो से भलीभांति परीचित हो चुकी है। योग के महत्व को समझते हुए यूएनओ ने 21 जून 2014 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा कर दी। यह दिन साल का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घ एवं स्वस्थ्य जीवन प्रदान करता है। योग में मन और शरीर, मनुष्य और प्रकृति के बीच की एकता को दर्षाता है। योग के संबंध में एक आम धारणा है कि यह मोटे या अस्वस्थ्य लोगों के लिए है, यह गलत है। योग व्यक्ति का सर्वागींण विकास करता है। हमे योग के लिए प्रतिदिन मात्र 30 मिनट निकाल कर इसके लाभ ले सकते है। योग मन को शांति प्रदान करता है , तनाव कम करता है, शरीर की सभी क्रियाओं को नियंत्रित करने के साथ ही शरीर से विषैले व हानिकारक तत्वों को बाहर निकालता है। योग से शारीरिक विकार दूर होने के साथ ही जीवन ऊर्जा एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।योगाभ्यास में कई प्रकार के आसन हैं, जिनसे शारीरिक व मानसिक लाभ होते है। शवासन और शसाकासन से तनाव कम होता है और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। प्राणायाम जैसे सांसो के अभ्यास से हमारे फेफड़ों की ष्षक्ति बढ़ती है और शरीर का शवसन तंत्र मजबूत होता है। इसी तरह त्रिकोणासन से रक्त संचरण बेहतर होता है और सभी अंग सुचारू ढ़ग से कार्य करते है। इसलिए योग आज शारीरिक व मानसिक समेत बेहतर स्वास्थ्य के सभी आयामों के लिए एक आवष्यक व उपयोगी साधन है। अतः अगर शरीर से प्रेम है तो योगासन करे, सांस से प्रेम है तो प्राणायाम करें तथा आत्मा से प्रेम है तो योग जरूर आप सभी करे। इस अवसर पर राष्ट्रीय ब्रह्म चेतना ग्रुप के सभी राज्यों में छत्तीसगढ़ में जगदीश शर्मा,दिल्ली में हरीश शर्मा,उत्तर प्रदेश में विनीत मिश्रा,आदर्श अवस्थी,अमर नाथ तिवारी,हरियाणा में सौरभ उपाध्याय मध्य प्रदेश में इच्छा तिवारी और अन्य राज्यों में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया गया।
रिपोर्ट : जावेद आरिफ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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