सीतापुर। जनपद के थाना महोली के अन्तर्गत एक गांव में एक मुस्लिम परिवार के द्वारा दलित परिवार पर हमला करने के बाद पुलिसिया कार्यवाही से बचने के लिए पुलिस के एक सिपाही पर रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है । आरोप लगाने वाले व्यक्ति ने वीडियो में स्वयं स्वीकार किया है कि पुलिस को अपने अर्दब में लेने के लिए मेरे द्वारा झूठा आरोप लगाया गया है मुझसे किसी ने कोई पैसा नहीं लिया है। पैसा मेरे भतीजे के पास ही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महोली थाना क्षेत्र के सपाट पुर गांव में दबंग मुस्लिम परिवार के द्वारा दलित परिवार पर उस समय लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया जब वह बिजली के खंभे से तार जुड़वा रहे थे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बरकत अली के भाई से किरण पत्नी सुनील बिजली के खंभे से अपने घर के लिए बिजली के तार जुड़वा रही थी तभी शराब के नशे में धुत होकर बरकत अली वहां पर आ धमका और किरण के साथ गाली गलौज कर अभद्रता करने लगा जिसका विरोध किरण के द्वारा किया गया। तेज आवाज सुनकर रेखा देवी पत्नी जितेंद्र कुमार भी आ गई और उनके द्वारा अभद्रता का विरोध किया गया जिस पर अकबर अली ने लाठी-डंडों से दोनों महिलाओं पर हमला कर दिया। मारपीट होता देख बचाने दौड़े कमलेश पर सहसवान ने गड्ढा खोदने वाली बरमा से सिर पर वार कर दिया जिससे कमलेश गंभीर रूप से घायल हो गया घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची डायल 112 नंबर की पुलिस ने घायलों को एम्बुलेन्स के माध्यम से महोली के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया जहां से घायलों की गंभीर हालत देखते हुए घायलों को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया उधर घायल परिवार के द्वारा चार लोगों के विरुद्ध महोली कोतवाली में नामजद तहरीर दी गई। कोतवाली पुलिस की कार्यवाही से बचने के उद्देश्य से दबंग बरकत अली ने कोतवाली महोली में तैनात रोहित नामक सिपाही पर 12000 रुपए रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगा डाला। बरकत अली अपने वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से कह रहा है यह आरोप मैंने पुलिसिया कार्यवाही से बचने और पुलिस को अपने दबाव में लेने के उद्देश्य से लगाया है। अब समझ में यह नहीं आ रहा है कि किन परिस्थितियों में महोली कोतवाल दबंग बरकत अली के विरुद्ध कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं, जबकि घायल दलित की हालत गंभीर बनी हुई है।अब देखना यह है कि तेजतर्रार कहे जाने वाले महोली कोतवाल संजय कुमार पाण्डेय दलितों की पिटाई कर पुलिस पर रिश्वत लेने का झूठा आरोप लगाने वाले बरकत अली पर क्या कोई कार्यवाही करने में सक्षम हो पाएंगे या यूं ही दलित इनके कोप भाजन का शिकार होते रहेंगे।
रिपोर्ट : अजय सिंह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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