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Sunday, May 12, 2019

श्री राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन के प्रथम बलिदानी ज्ञान देव की 29वी पुण्यतिथि बड़े धूमधाम से मनाई गई




शाहजहाँपुर।। अखिल भारतीय हिन्दू शक्ति दल के तत्वाधान में दल के पूर्व मंडल संयोजक व रामजन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन के प्रथम बलिदानी वीर शिरोमणि ज्ञान देव हिन्दू की 29 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। प्रातः 11बजे दल के तमाम पदाधिकारी गर्राघाट स्थित ज्ञान देव जी की समाधि पर जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पाँच बार गायत्री मंत्र जाप के उपरांत जयधोष किया।श्रद्धांजलि अर्पित की।तदुपरांत जिला अध्यक्ष शिवनन्दन सागर ने (दिल्ली से) राष्ट्रीयअध्यक्ष माननीय श्री संजय अग्रवाल जी द्वारा भेजे गए श्रद्धांजलि संदेश को पढकर सुनाया,जय भारत।जय हिन्दू वीर। हमारे प्यारे हिन्दू भाईयों और बहनों, आज हम ऐसे कर्मवीर बलिदानी को श्रद्धांजलि दे रहे है जिन्होंने अपना जीवन भारत की पुण्य भूमि और हिन्दुत्व की आन की रक्षा के लिए समर्पित कर अंन्त अपने जीवन का बलिदान भी देश और हिन्दू धर्म की रक्षाके लिए कर दिया। हिन्दू शक्ति दल ज्ञान देव जी के परिवारजनों व उनकी पूज्यमाताश्री को शत् शत् नमन् और वंन्दन करता है। जिन्होंने ज्ञान देव जी जैसे वीर सपूत को जन्म दिया। जिसने पूरी हिन्दू कौम और धर्म के लिए अपना बलिदान दिया। श्री राम जन्मभूमि के विवाद सुलझाने के लिए न्यायिक और सामाजिक स्तर पर जो प्रयास हो रहे
है वो अ.भा.हिन्दू शक्ति दल व अन्य हिन्दुत्ववादी संगठनों के प्रयास का ही प्रतिफल है।रामजन्मभूमि की जब जब चर्चा होगी तब तब आत्मदाही ज्ञान देव का स्मरण हिन्दू समाज को होता रहेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष के संदेश के उपरांत ,जिला अध्यक्ष शिवनन्दनसागर ने कहा ज्ञान देव जी युवा क्रांतिकारी विचारों के रहे।उस समय उ.प्र.मे मुलायम सिंह यादव की सरकार थी।और जगद्गुरू शंकराचार्य जी की गिरफ्तार किया गया और सरकार ने हिन्दू समाज पर तंज कसते हुए कहा हमनें हिन्दुओं के शंकराचार्य जी को गिरफ्तार किया और हिन्दुओं में कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। इससे ज्ञान देव जी को आघात पहुंचा।और उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर24घंटे मे स्वामी जी की रिहाई नहीं की गई तो मैं आत्मदाह कर लूंगा। जिसे जिला प्रशासन ने हल्के में लिया। ज्ञान देव ने जो बचन अपने आप से करा उसे निडरता पूर्वक निभाया और सरकार को झुकना पड़ा। "प्राण जाये, पर बचन न जाये" को साकार किया। इनके बलिदान पर राजनीति रोटियां सेंकने बालों ने अपना भला खूब किया मगर एक हिन्दू बलिदानी पुण्यआत्मा से जो बादे किये वो कभी पूरे नहीं किये,उनके नाम से मार्केट, स्मारक, व सदर चौराहा आत्म दहा स्थल पर प्रतिमा लगवाने की बात हो। उसको शहीदों का दर्जा नहीं दिया गया। लानत है ऐसी हिन्दूवादी राजनीति करनेवाले लोगों पर।जो उन्हें सम्मान नहीं दिला सके। ज्ञान देव जी तो हर हिन्दुओं के दिल में बसे है। और सदैव रहेगें। श्रद्धा सुमन अर्पित करने बालों में मुख्य अतिथि जिला महासचिव अरविंद मिश्रा,राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अशोक त्रिपाठी राजेंद्र प्रसाद सक्सेना,आशीष शुक्ला,मुकेश पाठक, आकाश त्रिपाठी,आशुतोष शर्मा, संगीता बाजपेई, रामप्रसाद राठौर, अखिलेश सक्सेना, हरिकृष्ण मिश्रा, रामदेव गुप्ता, सुखदेव गुप्ता, शिवम् गुप्ता, वोहरन.लाल गुप्ता, नेहा बाजपेयी, सुनीता शुक्ला,माधुरी बाजपेयी, आदि लोग शामिल रहे हिन्दू वीर वीराँगनाओं ने अपने अपने विचार रखे।


शाहजहाँपुर से नीरज शर्मा की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र


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