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Monday, May 29, 2017

पुलिस नुमाइश देखने मे मस्त ,आपराधिक घटनाओं से जनता त्रस्त

पुलिस नुमाइश देखने मे मस्त ,आपराधिक घटनाओं से जनता त्रस्त ।।।।।।।।

यही है यू0पी0 में योगी की पुलिस

रायबरेली ।जी0आई0 सी0 मैदान में लगी प्रदर्शनी में तथाकथित पत्रकारों और पुलिस वालों से वहां के कारोबारी परेशान है ।गर्मी के मौसम में पूरे शहर को राहत देने का काम करने वाली प्रदर्शनी बेहाल सी नजर आ रही है । सबसे ज्यादा मार झूले वालो को पड़ रही है जिन्हें पूरे जिले की पुलिस और उनके रिश्तेदारों को मुफ्त में झूला झुलाना पड़ रहा है ।इसके लिए कोई पास की जरूरत नही है बस शरीर पर पुलिस की वर्दी हो उसके रोब में सब हो जाता है । बेचारे कारोबारी ये नही समझ पा रहे है कि जब शहर में इतनी बड़ी तादात में पुलिस बल है तो शहर में अपराध कैसे हो रहे है या ये पुलिस वाले सिर्फ झूला झूलने में ही अपनी मुस्तेदी दिखा रहे है । वही मेले में ही बना पुलिस बूथ तो मात्र शो पीस बन कर रह गया है जहाँ महिला पुलिस कर्मी रहती तो है पर मात्र बूथ पर ही उन्हें मेले में कौन क्या कर रहा है इससे कोई सरोकार नही होता है ।बल्कि उन पुलिस कर्मियों को भले ही फायदा होता है जो ड्यूटी पर होते है और उनके रिश्तेदार प्रदर्शनी में होते है । उनके लिए यह बूथ मुफ्त टिकट सेंटर की भांति कार्य करता है।
  दूर दराज क्षेत्र से दो रुपये कमाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले इन बिना टिकट प्रदर्शनी का मजा लूटने वालो से बेहाल है । ऐसा नही है कि जिले के अपराधी शांत या पुलिसिया ख़ौफ़ से दुबक कर बैठे है बल्कि लगातार गम्भीर अपराध को अंजाम दे रहे है जबकि पुलिस को अपने मनोरंजन से ही छुट्टी नही मिल पाती है तो वो अपराधियो पर क्या नकेल लगायेगी । ऊँचाहार के नजनपुर में कल्पना की हत्या का राज बरकार है ।प्रदेश में सरकार चाहे जो भी रही हो परतुं पुलिस का रवैया आज भी अंग्रजो के जमाने का ही चला आ रहा है ।कहने को तो पुलिस अपराध होने पर कई लोगो से पूछताछ करती है पर यह पूछताछ किस तरह होती है यह जग जाहिर है ।ऊँचाहार के नजनपुर में कल्पना की हत्या ने पहले तो अपराधियो पर पुलिस की कमजोर पकड़ की पोल खोल दी ।उसके बाद पूछताछ के बहाने थाने लाया गया प्रमोद की पिटाई और उससे उसे पड़े हार्ट अटैक ने पुलिसिया पूछताछ की सारी कहानी दुनिया के सामने लाकर रख दी ।इस पर भी जांच की हद यह है कि प्रमोद के साथ हुई पुलिसिया टॉर्चर की कहानी उसके शरीर पर के निशान ही बया कर रहे है उसकी पत्नी शीला चीख चीख कर पुलिस पर रुपए मांगने का आरोप लगा रही है पर अब सारा मामला पुलिस जांच में दबाने का खेल खेला जा रहा है ।योगी सरकार चाहे जो नियम कानून बना डालें पर इस खाकी पर कोई भी कानून का रंग नही चढ़ता है वो वही करती है जो उसकी नजर में सही लगता है।शायद यही कारण है कि ऊँचाहार पुलिस ने प्रमोद के साथ साथ दूसरे अन्य संदिग्ध शिवकुमार को भी अपनी हिरासत से रिहा कर दिया । एक ओर कल्पना की हत्या का राज 28 दिन बाद भी बरकार है वही प्रमोद के साथ पुलिसिया जुर्म की कहानी अलग ही रूप धारण कर रही है ।इन सब के बीच ना तो पुलिस हत्यारों तक ही पहुच पाई और ना ही प्रमोद पर मानवधिकार का हनन करने वाले पुलिस वालो पर ही कोई कार्यवाही हो सकी ।सब कुछ जांच के दायरे में ही दर्ज है जबकि 2 रोज पूर्व स्वम पुलिस अधीक्षक ने थाने का निरीक्षण कर काल्पना की हत्या का जल्द खुलासा के लिए आदेशित किया था  ।यही नही एस, पी,आवास के निकट कोचिंग से लौट रही छात्रा के साथ बाइक सवार मनचलो ने सरे राह छीटाकसी की जिसका विरोध करते हुई छात्रा ने जब पुलिस को फ़ोन करने के लिए अपना मोबाइल निकाला तो युवको ने उसका मोबाइल ही छीनकर भाग निकले।जब छात्रा ने पूरी घटना की शिकायत सिविल लाइन्स चौकी पुलिस से की तो यहां भी पुलिस का पुराना चेहरा दिखाई दिया ।पुलिस ने मोबाईल छीने जाने की घटना की तहरीर लेकर छात्रा को वापस घर भेज दिया ।जिसे पुलिस ने हफ्ते भर की मेहनत से खोज निकाला। जबकि योगी सरकार ने महिलाओ की सुरक्षा के लिये एंटी रोमियो स्कवाड बना कर इसे अब तक की सरकारों को करारा जवाब देने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है ।
परतुं जिले की पुलिस है जो सरकार के इरादों पर पानी फेरने में जुटी है ।यही नही नवांगतुक पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह भी लगातार लापरवाह पुलिसकर्मियों को सुधर जाने की नसीहते दे रहे है पर उनके मातहतों से सपा के रंग से सजी खाकी साफ होने का नाम नही ले रही  है ।जुआ और सट्टा कारोबार भी पुलिसिया संरक्षण में काफी फलफूल रहा है । आई पी एल का सीजन सट्टा कारोबारियों के लिए वरदान सा साबित होता है ।जिसमे कारोबारी लाखो रु0 का सट्टा घर बैठे ही खेल डालते है ।बताते चले कि यह सट्टा कारोबार अब शहर में कुटीर उद्योग सा बन गया है जिसमे हर इलाके में एक कारोबारी इंचार्ज होता है जो अपने इलाके के लोगो को इस धंधे में उतरता है किस टीम पर कितना रुपया लगना है यह इचार्ज तय करता है बाकी के लोग उसी के अनुसार रुपया लगाते है और यह बेईमानी का काम बहुत ही ईमानदारी से किया जाता है इंचार्ज अपने खिलाड़ियों को मैदान में आने भी नही देता है बस एक फ़ोन पर ही सारी रकम लग जाती है और हार जीत पर भी साइलेंट मोड पर ही रकम का आदान प्रदान भी हो जाता है । अब यही इंचार्ज अपने इलाके की रकम अपने आकाओं के पास ले जाता है जो बड़े तथाकथित कारोबारियों के साथ अपना कारोबार चलाते है ।इस समय पूरे शहर में दर्जनों इंचार्ज अपनी फुल ड्यूटी दे रहे है ।जिनकी चपेट में आकर लोग अपना तो जीवन नष्ट तो कर ही रहे है बल्कि अपने परिवार को भी सडको पर लाने की कतार में लगे है हाल यह है कि सट्टेबाजों के चुंगल में नाबालिक व स्कूली बच्चों की तादात सबसे ज्यादा है जो अपने इस शौख को पूरा करने के लिए अपराध की दुनिया की ओर आकर्षित हो रहे है ।भले ही यह सब अभी घर की चारदीवारी के बीच हो रहा हो क्योंकि अभी खिलाडी अपने इस खेल के लिए अपना घर व घर के समान को ही दांव पर लगा रहे है।पर कहते है हर अपराधी की पहली पाठशाला उसका अपना घर ही होता है ।ऐसा भी नही है कि इस अपराध की पुलिस को जानकारी ही नही है बल्कि यह पूरा कार्य ही पुलिसिया संरक्षण में ही चल रहा है दूसरी ओर सट्टा इंचार्ज भी अपनी ऊँची पहुँच के कारण पुलिस इंचार्जों पर कही ज्यादा ही भारी पड़ते है उसके बाद इन सट्टा इंचार्जों के आका भी है जो खुद तो इस कारोबार में लिप्त ही है साथ मे सफेद पोश का नकाब भी धारण किये है जिन पर पुलिस को हाथ डालना असम्भव ही है  ।सट्टे के साथ साथ जुए की फर्ड भी पुलिस के लिए चुनौती से कम नही है सई नदी की कटरी पर जुआ खेलने वालों की एक बडी फौज रोजाना एकत्र होती है पर वाह री पुलिस उसको सुनसान जगह पर रोज 40 -50 लोगो के एकत्र होने की जानकारी ही नही हो पाती है पूरा पुलिस तंत्र ही इन धंधेबाजों के पास जाकर विफल हो जाता है ।जानकारी के अनुसार पूर्व शहर कोतवाल सजंय नाथ तिवारी ने एक बार  इन कारोबारियों पर कार्यवाही की हिम्मत जुटाई थी जिसकी चपेटे में कई नामीगिरामी हस्तिया आ गई थी ।जिनको छुड़ाने के लिए जिले के तमाम सफेद पोश नेताओं के फ़ोन भी बजे परंतु उनको जिद्दी कोतवाल की ईमानदारी के चलते सलाखों के पीछे जाना ही पड़ा ।यही नही इस मौके से लक्जरी वाहन भी बरामद किये थे ।यहाँ तक कि बोरियों में भर कर लाये गए रूपये को गिनने के लिये नोट गिनने कि मशीन भी लगाई गई थी । लोग बताते है कि जब तक तत्कालीन कोतवाल रहे तब तक उक्त फड़ पूर्ण रूप से वीरान हो गई थी जो अब अपने पूरे शबाब पर है । शहर में स्मैकियो और चोरों का भी आतंक मचा हुआ है जिसे पुलिस जानकर भी अनजान बनी है तमाम शिकायतो के बाद यदा कदा छोटे व्यपारियो पर यह पुलिस अपनी कार्यवाही करके वाहवाही लूटकर शांत हो जाती है । शहर में इन दिनों स्मैकियो की तादात बढ़ती जा रही है हाल यह है कि इसका कारोबार क्षेत्र में कुटीर उद्योग का रूप लेता जा रहा है ।जिसकी चपेट में आकर नवयुवक तो छोड़ नाबालिग बच्चे तक बर्बाद हो रहे है ।घर मे रु0 की सख्ती के चलते इसके लती अपराध की ओर कदम बढ़ा रहे है ।जिसके चलते चोरी की घटनायें भी बढ़ती जा रही है । लोगो का कहना है कि स्मैक का कारोबार कहाँ से संचालित हो रहा है यह पुलिस को भली भांति पता है परंतु पुलिस इस पर अपनी चुप्पी साधे बैठी है  ।शहर कोतवाली क्षेत्र में इन दिनों चोरो ने भी जमकर आतंक फैला रखा है ।हाल यह है कि चोर दिन दहाड़े चोरी की घटनाओ को अंजाम दे रहे है और पुलिस चैन की नींद सो रही है । शहर के चक भीखमपुर निकट मढी देवी  मंदिर निवासी हरिओम दीक्षित कल रात्रि अपनी काली पल्सर मोटर साइकिल संख्या यू ,पी,33 ए0बी0 4378 से यूनियन बैक सुपर मार्केट स्थित कन्हैया लखमानी सी0डी0 की दुकान गया था ।वही चोरो ने उसकी बाइक पार कर दी ।जिसे हरिओम ने बहुत खोजा पर वह नही मिली जिस पर उसने 100 न0 डायल भी किया कोतवाली पुलिस को भी सूचना दी परन्तु उसका वाहन नही मिला ।अभी हाल ही में कैपरगंज के निकट से प्रवीण गुप्ता पिंटू की गद्दे व चादर की दुकान के बाहर से दिन दोपहर चोरो ने उनके पुत्र की साईकिल गायब कर दी यही नही इसी दिन मधुबन मार्केट से चोरो ने पुत्तन सोनी की साईकिल चोरी कर ली ।जबकि इसी जगह से एक रात पूर्व चोर गन्ने का रस बेचने वाले का लोहे का काउन्टर भी उठा ले गये। इन तमाम घटनाओ के बाद अब लोग खुले आम कहने लगे है कि पुलिस जब तक इन स्मैकियो पर कार्यवाही नही करती है तब तक इस तरह की घटनाएं होती ही रहेगी । योगी पुलिस अपने विरोधियों से निपटने के लिऐ गुंडो का भी सहारा लेने से नही चूकती है आर,आई,की शिकायत करने पर शिकायत कर्ता को जान से मारने की धमकी  मिल रही है ।भाजपा सरकार एक और कानून व्यवस्था को लेकर हलकान है ।विपक्ष भी लगातार विफल हो रही कानून व्यवस्था के चलते सरकार पर हमलावर है ।यहाँ तक कि प्रदेश मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही अपराधियो पर लगाम लगा दी जायेगी जिसके लिये पुलिस अधिकारियों को छूट  दे गई है ।परंतु इन्ही छूट का पुलिस गलत प्रयोग कर रही है । कजियाना नदी तीर निवासी मो शरीफ ने पुलिस अधीक्षक को दिए गये शिकायती पत्र में कहा है कि पुलिस लाइन में तैनात आर आई पुलिस लाइन के भ्रष्टाचार की शिकायत उसने आईजी से कर दी थी ।इस शिकायत पर आर आई को निलम्बित कर दिया गया था जिन्हें बाद में बहाल भी कर दिया गया ।जिसके बाद से उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है ।पत्र में कहा है कि 13 मई 2017 को वह पुलिस पुलिस कार्यालय में ही था जब एक अंजान फोन न0 से उसके मोबाइल में फोन करके एक व्यकित ने धमकी दी और खोया मंडी में मिलने पर आर,आई से सुलह होने अन्यथा जान से मार दिए जाने की धमकी दी गई । शरीफ ने बताया है कि आर, आई की शिकायत के बाद से ही उसे गुंडो से धमकी मिल रही है ।आज दिनांक 20 मई को भी उसके मोहल्ले में 6 अज्ञात युवक उसको मारने की बात कर रहे थे ।जिसकी शिकायत उसने किला चौकी में की है । रायबरेली के तेज तर्रार पुलिस कप्तान होने के बावजूद जिले के पुलिस कर्मी अपने अंदर बदलाव लाना ही नही चाहते है ।अब तो हाल यह हो गया है कि पुलिस कर्मी रिपोर्ट जांच नाम हटाने और चढ़ाने के नाम पर धन वसूली में जुट गई है ।यहाँ तक कि जहाँ से पुलिस को धन नही मिल रहा है उनको धमकी दी जा रही है कि किसी भी मुकदमे में फसा देगे ।इतना ही नही धन न मिलने पर थर्ड डिग्री टार्चर देने से पीछे नही रहती है । इस पर यदि किसी ने इन पुलिस वालों की शिकायत उच्च अधिकारियो से कर दी तो पुलिस कर्मी शिकायतकर्ता से निपटने के लिये अपराधियो से भी मदद ले रही है ।
इतना जोखिम उठा कर कौन पुलिस वालों से विवाद ले ।लोग किसी तरह पुलिस का मुंह बंद कर रहे है जिससे पुलिस और भी निरंकुश सी हो गई है ।सदर कोतवाली के अब्दुला खां फाटक सब्जी मंडी निवासी मज्जू ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिख कर पुलिस सर्विलांस टीम प्रभारी पर अपने भाई को जबरन घर से उठा लाने और पूछताछ के बहाने मार पीट करने का आरोप लगाया है ।पत्र में कहा है कि 19 मई सादी वर्दी में कुछ पुलिस वाले आये थे जिसमें सर्विलांस प्रभारी भी थे और उसके भाई अब्दुल लतीफ को कोतवाली लाकर बन्द कर दिया और पूछताछ के नाम पर उसकी पिटाई भी की यही नही उसके भाई को छोड़ने के लिए रुपये की मांग कर रहे है ।वही इन आरोपो को सर्विलांस प्रभारी आशीष द्विवेदी सिरे से नकार रहे है उनका कहना है कि उन पर फर्जी आरोप लगाये जा रहे है ।अभी हाल ही में ऊँचाहार के नजनपुर में कल्पना हत्याकांड में जांच के नाम पर पुलिस ने एक युवक को जमकर पीटा कि उसे लखनऊ में भर्ती होने पडा।पीड़ित के परिजनों का आरोप था कि पुलिस जांच के नाम पर युवकों को लाई थी और उनको जेल भेजने का भय दिखाकर धन वसूली की गई जिसने रुपये नही दिए उनको पीटा गया ।पुलिस ही इन आरोपो की जांच कर रही है ।यह तो पुलिस की कार्यशैली की बानगी भर है ।शहर के कजियाना निवासी मो0 शरीफ ने पुलिस अधीक्षक को दिये शिकायती पत्र में आर0 आई0 पुलिस लाइन से अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है ।मो0 शरीफ का आरोप है कि आर0 आई0 की अनियमिताओं की उसने शिकायत की थी तभी से कुछ आपराधिक प्रवत्ति के युवक लगातार उसको मारने के लिए खोज रहे है ।एक बार तो उन्होंने रोकर आर0 आई0 के विरुद्ध कार्यवाही ना करने और सुलह होने की धमकी भी दी ।मो0 शरीफ ने आर0 आई0 पर अपराधियो की मदद से उस पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। जिले में अपराधियो पर कानून की लगाम नही लग पा रही है । भदोखर बिनोहर गांव में पुलिस ने आज एक महिला का शव बरामद किया है ।इस तरह पुलिस एक सप्ताह में अलग अलग थानों से तीन अज्ञात शव बरामद कर चुकी है। सूबे का निजाम बदलने के साथ ही जिले के लोगो ने बदहाल कानून व्यवस्था में भी बदलाव की उम्मीद पाली थी वह अब धूल धूसरित दिखाई दे रही है ।निजाम ने जिले को तेज तर्रार पुलिस कप्तान दिया परन्तु मातहत पुराने ही रह गये ।जिनके सिर से अभी भी पुरानी सरकार की खुमारी अभी भी नही उतरी है ।दो रोज पूर्व महराजगंज पुलिस ने नहर के किनारे एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था । पुलिस सूत्रो की माने तो युवक गैस एजेंसी कर्मियों कि तरह कि ड्रेस पहने हुये था। पुलिस शव की शिनाख्त में जुटी है ।यही नही भदोखर पुलिस ने 12-13 मई को बेहटा के पास से लाश की बरामद की थी जिसकी अभी तक पहचान नही हो पाई है ।सपा सरकार में ध्वस्त कानून व्यस्था पर लोगो को निजाम बदलते दुरुस्त होने की उम्मीद थी परंतु आज भी बदतर कानून व्यवस्था से लोग दहशत में जी रहे है ।दूसरी पुलिस पस्त , अपराधी मस्त दिखाई दे रहे है । शहर के गल्ला मंडी मे स्याम सोनकर के घर के पास  बदमाशो ने गोलिंया चलाई और  फरार हो गए जिसमे एक सोएब नाम का युवक  घायल हो गया था । जिसे जिला अस्पताल रेफर किया गया मौके पर एसपी सीओ  थाना मिल एरिया पुलिस को दोषियों पर सख्त कार्यवाही का आदेश दिया ।परंतु इन पुलिस आदेश को विभागीय कर्मचारी कितना मानते है यह तो जगजाहिर है ।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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