मोहम्मदी - तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत प्राथमिक एवं उच्चप्राथमिक विघालयो की दशा दैनीय प्रतीत होती है ।एक तरफ सब पढे, सब बढे " पढने का कुछ करो जतन जैसे नारे देकर सबको शिक्षा के लिए प्रेरित किया जा रहा है ।बेसिक शिक्षा पर अरबो रूपये का बजट प्रतिबर्ष व्यय किया जाता है । नए शिक्षको की भर्ती सहित तमाम सुविधाए जैसे मध्यान भोजन , ड्रेस, किताबे आदि बच्चो को मुहैया कराया जाता है फिर भी आम आदमी अपने बच्चो को सरकारी स्कूलो की जगह प्राइवेट विघालयो मे भेज रहा है ।आम धारणा बन चुकी है कि सरकारी स्कूलो मे पढाई के अलावा किताबे, ड्रेस; भोजन आदि की सुविधा दी जाती है ।इन सब के बावजूद भी अभिभावको का मानना है कि शिक्षा अच्छी न होने कीबजह से बच्चो को प्राइवेट विघालयो को मे पढाने को विवश है ।विघालयो का हाल यह है कि पुताई से लेकर साफ सफाई , हैण्डपम्प आदि की हालत खस्ता देखी जा सकती है ।सफाई व्यवस्था ठीक न होने से पानी ,शौचालय आदि मे बच्चो को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है ।ग्रामीणो की माने तो जो सफाई कर्मी गाॅवो मे तैनात किए गए है उनमे से ज्यादातर सफाई करने जाते ही नही है ।कई बार ग्रामीणो द्वारा उच्चाधिकारियो को इसकी सूचना भी दी गयी परन्तु कोई सुधार होता नही दिखाई दे रहा है ।
दिनेश सिंह सोमवंशी
ब्यूरो चीफ लखीमपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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Monday, May 22, 2017
प्राथमिक एवं उच्चप्राथमिक विघालयो की दशा दैनीय
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