अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र के सम्पादक ने कोर्ट में 16 मई को किया केस फाइल । सोशल मीडिया और धमकी तथा सम्पादक के साथ मार पीट व अभद्रता के सम्बन्ध में ।
गत आठ माह से बराबर परेशान किया जा रहा है आखिर क्यों ??
गुनाह क्या है कौन बतायेगा ----------????
सवाल ये नही की मार दिया जाऊ या जिन्दा रहूँ जैसे सम्पादक के संबोधन साफ जाहिर कर रहे थे उनकी पीड़ा , परन्तु किस बात की है दुश्मनी एन०जी०ओ व युवती को जो पूरे परिवार के साथ सम्पादक को कर रही है परेशान व बदनाम । तमाम अभद्र पोस्ट फेसबुक की देख, कोई भी आग बबूला हो जायेगा इतना ही नहीं अराजक तत्वों ने अपनी चरमसीमा को लांघ कर बीच रोड पर अपना शिकार बनाना चाहा परंतु राह गिरो की मदद से बचाया गया ।गत आठ माह से बराबर परेशान किया जा रहा है जिसकी कई शिकायते प्रशासन को दी गयी परन्तु हाल ही में सम्पादक को मिल रही धमकी और सोशल साइटों पर फोटो के साथ अभद्रता भरा संबोधन को जीवंत करने की सोची समझी साजिश के तहत घटना को अन्जाम दिया अराजक तत्वों ने। एन०जी०ओ द्वारा संरक्षण प्राप्त युवती जोकि मूलरूप से जनपद शाहजहाँपुर रोज़ा की रहने वाली है उसी के भेजे हुए गुर्गे व उसके सगे भाई हमला बर बताये जा रहे है तथा कुछ स्थानीय पत्रकारों प्रशासन की मदद से ये गंदे कृत किये जा रहे है।
* परिवार को परेशान करना
* धमकी फोन व घर आकर देना
* 7 जुलाई को सोची समझी साजिश के तहत सम्पादक के घर आकर जहर खा कर मारने का नाटक कर कुछ गोलियां खाई जिसके चश्मदीद गवाह है मोहल्ले वाले ।
* फेसबुक व व्हाट्सअप हैक कर सम्पादक व परिवार के फोटो एडिट कर गलत ,गन्दे सम्बोधन करना तथा सम्पादक के ऊपर हमला करना ।
*रिस्तेदारो को फोन पे धमकी देने और बहुत सारे कृत ऐसे है जिनको बताने में मुझे क्रोध आ रह है कि सच, झूठ के आगे फेल नजर आ रहा है अब आप ही बताओ क्या किया जाये ????
उधर सम्पादक का कहना है कि जो भी ये कृत कर रहे है एक दिन सच सामने आएगा सारे गवाह और शबूत के आधार पर कोर्ट जो फैसला सुनाएगी वो मुझे मान्य होगा ।
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