कागज पर तालाब लबालब और हकीकत में मिला सूखा, नलकूप ,नहर व इण्डियामार्का भी चल रहे हैं खराब
रायबरेली -जहां बेकाबू गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त चल रहा है वही सूखे तालाब, नहर व खराब पड़े नलकूप व इंडिया मार्का नल से मवेशियों से लेकर इंसान तक बूंद बूंद पानी के लिए परेशान है तो किसानो की धान की बेड़न भी पिछड़ रही है।जिला रायबरेली के ऊंचाहार ब्लाक के अन्तर्गत कुल 54 ग्राम पंचायत हैं ब्लाक के रिकार्ड के मुताबिक देखा जाए तो कुल 54ग्राम पंचायतो में इंडिया मार्का नल 4227 हैं जिसमे 187 रीबोर योग हैं, ब्लाक मे कुल 412 तालाब हैं जिसमे 82 तालाबो में पानी भरा है ब्लाक मैं कुल 46नलकूप हैं और 12 खराब चल रहे हैं ये तो रहे सरकारी आंकडे लेकिन यदि इसकी वास्तविकता देखा जाए तो उनके रिकार्ड ही विभाग की पोल खोल रही है, क्योंकि गांव कुशलकापुरवा में लगा हैंडपंप कई वर्ष से खराब चल रहा है, जिसके पार्ट्स तक विभाग बनाने के लिए विगत चार वर्ष पहले ले गया जिसके बाद से न तो कोई अधिकारी आया न ही कर्मचारी आया है ,होरेशा माइनर समेत दो दर्जन माइनरे तक सूखे पडे है जिसके कारण खेतो की रोपाई तक मे परेशानियों का सामना किसानो को करना पड रहा है काफी किसान पानी के अभाव के कारण सिंचाई न कर पाने से खेतो को पर्ती रखने में मजबूर है, ब्लाक स्तर में जिन तालाबो में पानी लबालब दिखाया गया है वहां के तालाबों में सूखे पन के कारण परते फटी हुई है जिसका उदाहारण है कि गांव सेमरीरनापुर व कंदरावां के तालाब हैं, ये तो बानगी है शायद दो चार तालाब हो जिसमे पानी भरा हो अन्य में सूखापन पडा हुआ है, तीर का पुरवा चौराहा पे स्थित इंडियामार्का नल की दशा ये है कि उसका ऊपरी हिस्सा गायब हुए 4वर्ष हो गए हैं जिसको ब्लाक के कर्मचारी ही खोलकर ले गए थे, जिसके बाद आज तक नहीं इसका ऊपरी पार्ट्स लगाया गया है जिसके कारण राहगीर से लेकर स्थानीय ग्रामीण भी बेकाबू गर्मी में पानी के लिए परेशान होते हैं, यदि हम इंडिया मार्का नल की ब्लाक स्तर की बात करे तो सरकारी आंकड़ों से अधिक नल खराब चल रहे हैं, तालाब भी सूखे पडे होने के कारण मवेशियों से लेकर चिडिया चमगुदड़ तक को प्यास बुझाने में लाले पडना पडता है, जिसकी स्थली फोटो सरकारी विभाग की पोल खोल रही है वही विभाग के बने रिकार्ड पर सवाल खड़ा कर दिया है, हलाकि यदि विभाग गर्मी के दस्तक देने से पहले यदि विभाग चेत जाता तो शायद ये मुसीबतों का सामना आज सामने न आता वहीं ब्लाक की पोल खुलने पर ये भी सवाल खड़ा किया कि क्या जो रिकार्ड उच्चाधिकारी को भेजा गया है उसको स्थली निरीछण वगैर किये ब्लाक मे बैठकर बनाया गया है यदि स्थली जांच किया गया है तो सरकारी रिकार्ड में पानी भरे तालाब क्यो सूखे पडे है, जिसमे देखा जाए तो सीएम से लेकर वरिष्ठ अधिकारी तक तालाबो में पानी भरवाने ,खराब नलो को एक सप्ताह में ठीक न होने पर कार्यवाही की चेतावनी दिया है,खराब नलकूप ठीक करवाने के साथ साथ नहर में पानी छोडने का फरमान लिखित में किया है लेकिन ब्लाक के कर्मचारी व अधिकारी उन नियमो की सरेआम उलंघन करते हुए धज्जियां उडा रहे हैं क्या यहां के अधिकारी व कर्मचारी सुधरेगे या ऐसे ही चलता रहेगा? उधर एसडीएम शिवानी सिंह ने बताया कि ब्लाक के कर्मचारी व अधिकारी को खराब नल दुरूस्त करने व तालाब में पानी भरने के निर्देश दिया गया है जिसमे खराब नलकूप व नहर सूखे होने पर डीएम को सूचित किया गया है, ब्लाक क्यों लापरवाही बरत रहा है है इसकी जांच करके विभागीय कार्यवाही किया जायेगा ।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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