राज्य महिला आयोग की सदस्य ने महिला उत्पीड़न की सुनवाई को जन-जन तक पहुचाने के लिए दिये निर्देश: अंजू प्रजापति
रायबरेली। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने पी0डब्ल्यू0डी0 गेस्ट हाउस में महिलाओं से महिलाओं की चिकित्सीय स्थिति की जमीनी हकीकत जाने, महिलाओं को शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाओं की स्थिति का अवलोकन एवं कोविड काल में गर्भवती महिलाओं तथा अन्य गम्भीर रोगों से पीड़ित महिलाओं को उपलब्ध कराये जा रहे उपचार व्यवस्था का अनुश्रवण करने तथा कोवडि-19 से बचाव हेतु टीकाकरण (महिला) की वस्तुस्थिति की जानकारी हेतु तथा महिला उत्पीड़न व उनकी समस्याओं से जुड़े कई मुद्दो के बारे में जिले के अधिकारियों से समीक्षा की। महिला जन सुनवाई करते हुए फरियादियों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव व उपचार एवं टीकाकरण वैक्सीनेशन आदि पर विशेष जोर दिया। महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने फरियादी महिलाओं की समस्याओं को ध्यान पूर्वक सूना तथा निर्देश दिये कि आई हुए शिकातयों को तत्काल नियमानुसार निराकरण करे। महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि महिला उत्पीड़न रोकने के लिए अधिकारियों को पीड़ित महिलाओं की समस्याओं का निराकरण कराया सुनिश्चित करें और कोई भी महिला उत्पीड़न की शिकार हो तो तत्काल उनके महिला आयोग को शिकायती प्रार्थना पत्र और एक आईडी के साथ भेज दे जिससे उसकी शिकायत महिला आयोग में दर्ज करके निराकरण किया जा सके। उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी को को निर्देश दिये कि बाल कल्याण से जुड़ी योजनाओं को आमजन को पहुचाएं। सदस्य ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बेला-भेला व हरचंदपुर, जिला कारागार, वृद्धाश्रम आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने महिलाओं की समस्याओं की जमीनी हकीकत को परखा तथा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला प्रोबेशन अधिकारी कमलाकान्त सहित बाल संरक्षण अधिकारी वीरेन्द्र पाल, पूजा शुक्ला, महिला थाना अध्यक्ष उमा अग्रवाल आदि को उचित दिशा निर्देश दिये। महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने पुराना/नवीन महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान महिला सीएमएस सहित अन्य स्टाफ को निर्देश दिये कि जो महिलाएं गर्भवती है उनका विशेष ध्यान दिया जाए तथा उनके उपचार में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
रिपोर्ट : जावेद आरिफ
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment