सीतापुर। लोकसभा धौरहरा से पूर्व सांसद व यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद बुधवार को कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा में शामिल हो गए। जब से यूपी कांग्रेस की कमान प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथ में है और यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू बनाए गए हैं, तब से जितिन प्रसाद को यूपी कांग्रेस में तवज्जो नहीं मिल रहा था । कई बार खुले मंच पर वह अपनी नाराजगी जाहिर भी कर चुके हैं।. यूपी कांग्रेस की कई समितियों में जितिन प्रसाद को रखा भी नहीं गया है। 2019 में जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने की खबर थी । बाद में जितिन ने खुद कह दिया था कि वह काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं देंगे । इसके बाद जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल का चुनाव प्रभारी बना दिया गया था । यानी उनको यूपी की सियासत से दूर कर दिया गया था । इससे जितिन प्रसाद नाराज चल रहे थे ।बुधवार 9जून को जितिन प्रसाद ने भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की ।इसके पहले जितिन प्रसाद ने भाजपा के चाणक्य व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की ।जितिन प्रसाद के भाजपा में आने से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण बदलेंगे और भाजपा को मजबूती मिलेगी इससे भाजपा में ब्राह्मणों की पैठ को और मजबूती मिलेगी क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत पूरे प्रदेश में जितिन प्रसाद ब्राह्मणों में खासी पैठ रखते है ।जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर अरूणेश त्रिपाठी, बृजेश शुक्ला, बृजेन्द्र शुक्ला, धर्मेन्द्र यादव , सुनील वर्मा विधायक लहरपुर , महेन्द्र सिंह यादव विधायक बिसवां, राकेश राठौर सदर विधायक, जिलाध्यक्ष अचिन महरोत्रा, विश्राम सागर राठौर ,अनिल भार्गव ,प्रताप नारायण तिवारी आदि कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त किया है ।
रिपोर्ट : अजय सिंह
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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