कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
फिरोजाबाद।। श्री चंद्र विजय सिंह जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद में कवच कार्यक्रम के तहत अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें आज दिनांक 14 अगस्त 2019 को नगर क्षेत्र के अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया इस प्रशिक्षण में उन्हें बताया गया कि बच्चों को प्रार्थना के दौरान गुड टच एवं बैड टच बारे में बताया जाए उनके साथ हो रहे अपराधों छेड़छाड़ या किसी भी तरह से शोषण होने की स्थिति में वह डायल 100 एवं 10 98 आशा ज्योति केंद्र महिला हेल्पलाइन 181 एवं 1090 का उपयोग कर सकते हैं प्रशिक्षण के दौरान जिला प्रशिक्षक श्री जफर आलम सदस्य बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड लाइन निदेशक के द्वारा सभी उपस्थित शिक्षकों को विस्तार से बताया गया उन्होंने यह भी कहा कि हम बच्चों के दोस्त बने तभी बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की जानकारी हमें मिल सकेगी उन्होंने यह भी कहा कि प्रार्थना के दौरान हम बच्चों को सोशल मीडिया के दुरुपयोग के बारे में भी विस्तार से बताएं,क्योंकि फेसबुक व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया ग्रुप पर बच्चे अनजान लोगों से को दोस्त बना लेते हैं यही उनके लिए सबसे घातक सिद्ध होता है देखने में आया है दूसरे जनपदों शहरों से जिनको बच्चे जानते भी नहीं है और फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से दोस्ती बढ़ जाती है और के साथ बड़ी घटना होने की संभावना रहती है इसलिए मुख्यमंत्री द्वारा पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा कार्यक्रम जिसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए शिक्षकों के एक अग्रणी भूमिका निभानी पड़ेगी उन्होंने शिक्षकों को यह भी बताया कि वह बच्चियां जो घरों से स्कूल और स्कूलों से घर जाती है ऐसी स्थिति में अनजान जगहों पर सुनसान जगह पर कुछ लड़के या कुछ व्यक्ति जो खड़े होते हैं और उन बच्चियों के कमेंट पास करते हैं ऐसी स्थिति में बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाना शिक्षकों की जिम्मेदारी है शिक्षक उन्हें मुकाबला करने एवं उनके साथ होने वाले शोषण के विरुद्ध वह आवाज उठाएं इसके लिए तैयार करें उन्हें समझाएं कि के बच्चे अब डरे नहीं मुकाबला करने की मत पैदा करें अगर बच्चों ने मुकाबला करना शुरू कर दिया कि मुझे पूरा विश्वास है बच्चे सुरक्षित रहेगे,इस अवसर पर यूनिसेफ के मंडल कोऑर्डिनेटर सैयद इमरान अली एवं बाल संरक्षण संस्था की श्रीमती अपना कुलश्रेष्ठ विभिन्न स्कूलों से आए अध्यापक बेसिक शिक्षा से पधारे अधिकारीगण उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment