रायबरेली।। रविआभा युगनिर्माण समाज एवं एजूकेशनल एण्ड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के साहित्यिक अंग अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी लेखक संगठन द्वारा लोक साहित्यिक कार्यक्रम कजरी महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गय तथा वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का प्रयास किया गया जिसका आरंभ माँ सरस्वती की वंदना हर्षित पाण्डेय एवं हार्दिक पाण्डेय द्वारा व समापन राष्ट्रगान द्वारा किया गया जिसमें स्थानीय कवियों ने प्रतिभाग कर अपने रंगविरंगी कजरी गीत व लोकगीतों से सबका मन मोह लिया।वहीं प्रतापगढ़ जिले के अतरसुइया गाँव से आए बालकवि दीपेश पाण्डेय "दीप"की देशभक्ति से भरी रचनाओं ने श्रोताओं में उत्साह भर दिया।अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी लेखक संगठन के संस्थापक एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रवीण तिवारी "रविआभा" ने सभी कवियों कवयित्रियों को हार्दिक बधाई दी।पुष्पलता पाण्डेय "लक्ष्मी" राष्ट्रीय अध्यक्षा "अंतर्राष्ट्रीय मानवतावादी लेखक संगठन "अमालेस"का कजरी गीतों व बाल कविता बादल काका आओ नथोड़ा जल बरसाओ न।। ने सबको बचपन की यादों व बाल मनुहार से प्रसन्नचित किया।इलाहाबाद से आए शायर अशोक श्रीवास्तव जी के सावन के गीतों ने सबको खूब रिझाया। वहीं रायबरेली के स्थानीय निवासी दुर्गाशंकर वर्मा "दुर्गेश" के सावन के गीतों व "छप छप पानी वाले दिन" व अन्य कवियों कवयित्रियों की रचनाओं से पूरा उद्यान गुंजायमान हो गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री सूर्यप्रसाद शर्मा "निशिहर" ने की।निशिहर" जी ने भी लोक साहित्यिक कजरी गीत गाए व पर्यावरण संरक्षण व वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुए वक्तव्य देकर श्रोताओं को हर्षित व जागरुक किया।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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