अकीदत मदों ने मज़ार शरीफ पर हाज़री देकर चादर पोशी
तिलहर/शाहजहांपुर। नगर के प्रसिद्ध बुजुर्ग हजरत सैयद शाह शम्सुददीन मियां रहमतुल्लाह अलैह के चल रहे सालाना उर्स शरीफ के मौके पर चादर पोशी, गुल पोशी का सिलसला दूसरे दिन भी जारी रहा अकीदत मदों ने मज़ार शरीफ पर हाज़री देकर चादर पोशी, गुल पोशी कर मन्नते मांगी उर्स शरीफ का कुल शरीफ 11 अप्रैल को प्रातः 10 बजे होगा।उर्स शरीफ के प्रथम दिन रात में मिलाद शरीफ व तकरीर हुई जिसमें उलमा-ए-इकराम ने अल्लाह के वलियों के बताए हुए तकरीकों पर अमल करने की नसीहत दूसरे दिन प्रातः कुरआन खानी हुई उसके बाद जुलुस की शकल में विभिन्न मोहल्लों से चादरों का आना शुरू हुआ। जो काफी देर कर चलता रहा। सज्जादानशीन इकबाल हुसैन उर्फ फूलमियां के साथ सैकडों लोगों ने चादर पोशी की। इस मौके पर सूफी इकबाल मियां मुम्बई, शराफत मियां वारसी, हाजी अनवार मियां, सूफी कासिम मियां, मिर्जा अज़ीम बेग, राहत उल्ला खां, बिलाल खां, सैयद मतलूब, फुरकान खां, सैयद इरशाद अली, अवसार हुसैन उर्फ मुन्ना मियां, बकार मियां, हामिद खां, इन्तेज़ार मियां, सैयद हैदर अली, सैयद शारिक अली, सैयद काशिफ, कारी निजामुद्दीन, कारी इदरीस आदि मौजुद थे।फूल मियां ने बताया कि 11 अप्रैल को प्रातः 8 बजे तकरीर उलमा-ए-कराम व प्रातः 10ः00 बजे कुल शरीफ होगा। इसके बाद कव्वाली और रात 9 बजे से कव्वाली होगी। जिसमें जाफर नियाजी कव्वाल लखनऊ, मखदूम साबरी कव्वाल रामपुर, शाहिदीन चिश्ती कव्वाल रामपुर, अरशद वहीद साबरी चिश्ती कव्वाल गहलुइया, वसीम शमीम वारसी कव्वाल, मासूम साबरी कव्वाल, अच्छन कव्वाल, सलीम मुरली कव्वाल व अन्य दूरदराज के मशहूर कव्वालों को आमत्रित किया गया है।
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