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Saturday, August 17, 2019

शमीम के आंखों का सफल ऑपरेशन नसीराबाद RBSK टीम B : डॉ अनुज कुमार कुशवाहा


नसीराबाद,रायबरेली।। रायबरेली राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम द्वारा विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र पर जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण चिन्हित कर   रिफर कर जिलाअस्पताल में दिखाकर बच्चों का सफल इलाज कराती है जो उसी प्रकार शमीम पुत्र जमील ,प्राथमिक विद्यालय पूरे अंबार ब्लॉक क्षतोह, 10 वर्ष, कक्षा 3 का छात्र है। जो उसे दोनों आंखों में जन्म से मोतियाबिंद था जब आरबीएसके की टीम द्वारा विद्यालय में भ्रमण कर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही थी तभी नेत्र परीक्षण अधिकारी अशीष कुमार राव ने शमीम की आंख में मोतियाबिंद को बताया और फिर टीम द्वारा बच्चे को बुलाकर 17 अगस्त को जिलाअस्पताल रायबरेली में डॉ अनुज कुमार कुशवाहा नेत्र सर्जन, स्टाफ नर्स सुमन , राम प्रसाद द्वारा सफल ऑपरेशन कराया गया ।जिसमें RBSKटीम प्रभारी डॉ अजय राजपूत ,डॉ ज्योत्सना त्रिपाठी, नेत्र परीक्षण अधिकारी आशीष कुमार राव, एनम समर जहां की मेहनत रंग लाई। डीआईसी मैनेजर नीतेश जायसवाल ने बताया की 6 हफ्ते से लेकर 6 साल तक के बच्‍चों की आंगनवाड़ी में जांच 6 हफ्ते से लेकर 6 साल की उम्र तक के बच्‍चों की जांच (RBSK Team ) द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र में की जाती है।और 6 से 18 साल की उम्र तक के बच्‍चों की जांच की जाती है । इसके तहत हर ब्‍लॉक में  कम से कम 2 टीम RBSK बच्‍चों की जांच करती है। जिसमें आंगनवाड़ी केंद्रों की संख्‍या, इलाकों तक पहुंचने की परेशानियों और स्‍कूलों में पंजीकृत बच्‍चों के आधार पर टीमों की संख्‍या भिन्‍न हो जाती है। आंगनवाड़ी में बच्‍चों की जांच साल में दो बार होता है और स्‍कूल जाने वाले बच्‍चों की एक बार। ब्‍लॉक टीम सीएचसी चिकित्‍सा अधिकारी के संपूर्ण माग्रदर्शन और निरीक्षण के तहत काम करता है। जिन संभावित बच्‍चों और विद्यार्थियों में किसी रोग/कमी/अक्षमता/दोष के बारे में पता चला है और जिनके लिए प्रमाणित करने वाले परीक्षण या अतिरिक्‍त परीक्षण की आवश्‍यकता होता है तो उन्‍हें शुरूआती जांच केंद्रो (डीईआईसी)के जरिए तृतीय स्‍तर के नामित सार्वजनिक क्षेत्र के स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं के लिए रेफर किया जाता है।डीईआईसी ने बताया की सुनने संबंधी त्रुटि, दृष्टि विकलांगता, न्‍यूरो-मोटर विकार, बोलने  और भाषा संबंधी देरी, ऑटिज़म से संबंधित सभी मुद्दों के प्रबंध के लिए तत्‍काल रूप से कार्य करते है। इसके अतिरिक्‍त डीईआईसी में दल, जिला स्‍तर पर नवजात शिशओं की जांच में भी शमिल होता है इस केंद्र में श्रुवण, दृष्टि, तंत्रिका संबंधी परीक्षण और व्‍यवहार संबंधी आकलन के लिए मूल सुविधाएं होंती है।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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