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Saturday, August 10, 2019

छेडछाड के मामले मे पुलिस क्यों बचा रही आरोपियों को


मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर । किस्सा नजीरा बाद थाने के सरोजनीनगर का है। जहा एक नाबालिग किशोरी के साथ छेडछाड की घटना अन्जाम आती है। मामले की शिकायत पीडिता अपनी माँ के साथ नजीराबाद थाने जाकर करती है।समझने वाली बात यह है कि थाना कार्यालय मे बैठा दीवान फरियादी की पीडा सुनने की बजाय उससे अश्लील अन्दाज़ मे पेश आता है।हमारे संवाददाता विकाश कुमार के मुताबिक इधर चौकी प्रभारी सरिता जो खुद एक महिला है ने तीनो आरोपियों कै विरूद्ध पास्को एक्ट की बजाय साधारण धारा 354,323,504,506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया हालात यह है अब आरोपी किशोरी के परिजनों को धमकी देते है कि सुलह कर ले वरना अन्जाम भुगतने के लिए तैय्यार रहे पुलिस मे अपनी गहरी पकड है ऐसा आरोपियों ने अपने ही अन्दाज़ मे कहा ताकि पीडित पक्ष डर कर जैसा आरोपी चाहते है करदे। हालकी दीवान को पुलिस प्रशासन ने शोशल मीडिया मे वीडियो वायरल होने पर दीवान को निलम्बित कर दिया गया था सवाल यह उठता है की आखीर नजीबाबाद पूलिस क्यो बचा रही है उनलोगों को जो समाज है अश्लीलता का जहर घोल रहे है।

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