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Saturday, August 3, 2019

खंड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से शिक्षा अभियान के तहत चलाए जा रहे अभियान को लगाया जा रहा है पलीता

रायबरेली।। प्रदेश सरकार जहां शिक्षा को लेकर लाख दावे जरूर करती हो लेकिन हकीकत उससे परे ही नजर आती जहां सरकार सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ो रुपए पानी की तरह बहा रही है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी उस पर पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं या कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी प्राथमिक और पार्षद विद्यालयों में जलभराव की समस्या हो या फिर बाउंड्री वाल या शौचालय की व्यवस्था हो या पीने के पानी की व्यवस्था इससे तो हिन्दी खबर आपको रूबरू करा चुका है लेकिन यहां तो हद ही हो गई यह प्राथमिक विद्यालय जहां विद्यालय तो है लेकिन शिक्षक ही नदारद जी हां हम बात कर रहे हैं रायबरेली के लालगंज तहसील में जोगापुर प्राथमिक विद्यालय की या विद्यालय चर्चा का विषय बना रहता है क्योंकि यहां पर शिक्षक नदारद हैं और बच्चे बाहर खेल रहे तस्वीरों में आप देखिए कि विद्यालय में ताला लगा हुआ है और बच्चे बाहर खेल कर वापस चले जाते हैं अब यहां पर तैनात रसोइय की भी जबानी सुनिए और आने वाले छात्र-छात्राओं और आसपास के लोगों की जबानी भी सुनकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि या विद्यालय महीने में दो या 3 दिन की खुलता है लेकिन कागज़ों पर यहां मध्य भोजन भी बनता है और टीचर नहीं आते इसका बयान भी वहां पर तैनात रसोईया कर रहा है फिलहाल इस तरह से पढ़े गए इंडिया तो कैसे बढ़ेगा इंडिया जहां एक ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सख्त निर्देश दिया है कि प्राथमिक विद्यालयों में हर तरह की व्यवस्थाएं कराई जाएं और वहां पर तैनात शिक्षक ही नदारद हैं और अधिकारी उन पर मेहरबान तो कार्यवाही करेगा कौन यह एक बड़ा सवाल है।लालगंज तहसील में प्राथमिक विद्यालय जोगापुर जो शायद आज ही नहीं इससे पहले भी चर्चाओं में बना रहा क्योंकि यहां शिक्षक क्यों नहीं काम करना चाहते या खंड शिक्षा अधिकारी इन शिक्षकों पर क्यों मेहरबान है इसकी जानकारी तो खंड शिक्षा अधिकारी ही जाने लेकिन एक महीने में दो-तीन दिन ही खुलता है या विद्यालय और यहां पर बच्चे आते तो जरूर हैं पढ़ाई करने लेकिन बाहर खेल कर चले जाते हैं क्योंकि प्राथमिक विद्यालय पर लगा रहता है ताला स्थानीय लोगों से जब हिन्दी खबर की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि जब शिक्षक ही नहीं आते तो विद्यालय में ताला ही तो लगा रहेगा आपका कहना भी सही लेकिन इसकी देखरेख कर रहे अधिकारी क्या इस पर नजर नहीं डालते या  इन पर मेहरबानी क्यों यह तो समझ से परे ह जब इस पूरे प्रकरण पर बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह से हिन्दी खबर की टीम में बात की तो उन्होंने पहले तो जानकारी मिल चुकी है इसका हवाला देते हुए बताया कि प्रावधान नहीं है कि मेडिकल लीव 1 महीने की ली जाए  और प्राथमिक विद्यालय जोगापुर की शिकायतें मिल चुकी हैं जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है और वहां पर तैनात सभी शिक्षकों का औरकर्मचारियों का 1 महीने का वेतन रोक दिया गया है लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या महीने भर के वेतन रोकने के बावजूद यह शिक्षक सुधर जाएंगे क्या खंड शिक्षा अधिकारी को इसकी जानकारी आपको पहले नहीं देनी चाहिए थी सर्व शिक्षा अभियान के तहत जहां सरकार सजग है वहीं अगर इन लापरवाह अधिकारियों के ऊपर आप कारवाही नहीं करते तो जिम्मेदारी तो साहब आप ही की बनती है।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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