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Saturday, August 10, 2019

गागेंमऊ प्राथमिक विद्यालय पूरी तरह जर्जर, प्रशासन मौन


कन्नौज।। जिला बेसिक शिक्षा विभाग गोंडा की घटना के बाद भी नींद में है जबकि योगी सरकार गोंडा की घटना के बाद हरकत में आ गई लेकिन कन्नौज का बेसिक शिक्षा विभाग अभी भी किसी बड़े हादसे के इंतजार में है ।कन्नौज के गागेंमऊ प्राथमिक विद्यालय का हाल जो तस्वीरों में कैद हुई हकीकत देख कर आप भी चौक जाएंगे। बताते चले कि जनपद के सदर खण्ड बिकास का गागेंमऊ प्राथमिक विद्यालय जो कि पूरी तरह जर्जर हो चुका है जिसका प्लास्टर गिरने से बच्चे भयभीत है लेकिन विभाग के उच्चाधिकारी अनदेखी कर रहे । जर्जर भवन में खतरों के साये में नैनिहालो का  भविष्य जो कभी भी बड़ी घटना बन सकता जिसकी चिंता जिले के जिमेदारो को कब होगी । विद्यालय में 127 बच्चो को पढ़ाने की जिम्मेदारी पाँच शिक्षकों को सौपी गई है जिसमे तीन सहायक अध्यापक ब दो शिक्षा मित्र तैनात है। जब इस जर्जर भवन के बारे में वहाँ तैनात शिक्षिका किरनलता से बात की गई तो उनका कहना था कि हमने कई बार बिभाग को लिखित रूप से अवगत कराया कि इस भवन में शिक्षण कार्य खतरे से खाली नही लेकिन हमारी कोई सुनने बाला ही नही । भवन का हाल यह है कि प्लास्टर छूट कर जमीन पर गिर रहा जिससे बच्चे ड़रे सहमे हुए है बरसात में कही भी बैठने की जगह नही है इन सबके बावजूद महकमे के जिम्मेदार सोये हुए है । जब इस भवन के शिलापट को देख गया तो उसमें भवन निर्माण की तिथि 1982-83 थी जो पूरी तरह जर्जर हालत में हो चुका था जिसमे बैठना किसी खतरे से कम नही ।लेकिन खतरों के साये में नैनिहालो की हो रही पढ़ाई जिसकी चिंता अभिभावकों में तो दिखाई दी साथ ही विद्यालय में तैनात शिक्षकों में भी देखने को मिली लेकिन बही महकमे के जिम्मेदार अपनी जबाब देहि से बचते नजर आए जो अपने आप मे एक बड़ी लापरवाही साबित हो रही है, जबकि इस जर्जर विद्यालय की शिकायत प्रा अध्यापक किरनलता ने 2015 से लगातार लिखत रूप से बिभाग से की लेकिन जिम्मेदारों ने इसका कोई जबाब तक देना उचित नही समझा ।जबकि खण्ड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि इस विद्यालय के जर्जर हालत की जानकारी उनके संज्ञान में नही लेकिन इसी विद्यालय की जांच 28 नवम्बर 2018 को क्रॉस चेकिंग के दौरान कर चुके । लेकिन झूठ बोलने में माहिर खण्ड शिक्षा अधिकारी शिवसिंह  अपनी बात में ही फंसते नजर आ रहे है ।

मुशर्रत अली ब्यूरो चीफ कन्नौज
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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