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Monday, June 3, 2019

तिरंगे में लिपटा आया आगरा के लाल का पार्थिव शरीर

       जन्‍मदिन पर ही हुआ शहीद का अंतिम संस्‍कार








आगरा।। जनपद के थाना कागारौल के गांव बीसलपुर की सुबह सोमवार को आँसुओ में डूब गई। अरुणाचल प्रदेश में उग्रवादियों से मुठभेड़ में शहीद सैनिक अमित चतुर्वेदी का पार्थिव शरीर सुबह पौने सात बजे तिरंगा में लिपटा हुआ गांव पहुंचा। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भीड़ गांव पहुंची थी। आसपास के गांवो से बड़ी संख्या में महिला और पुरुष शहीद के गांव पहुंचे फतेपुर सीकरी से वर्तमान भाजपा सांसद राजकुमार चाहर, विधायक चौधरी उदयभान सिंह,विधायक हेमलता दिवाकर, विधायक महेश गोयल के साथ ही डीएम एन जी रविकुमार, एसएसपी अमित पाठक समेत बड़ी संख्या में अधिकारी और नेता मौके पर पहुंचे। शहीद के एक साल के भतीजे वंश ने मुखग्नि दी। अंतिम संस्कार के समय माहौल देशभक्ति के नारो से गुंजायमान रहा। युवक हाथों में तिरंगा लेकर पहुंचे और शहीद को अंतिम सलाम किया। गांव बीसलपुर निवासी रामवीर चतुर्वेदी रिटायर्ड सूबेदार हैं। तीनों बेटे सुमित, अमित और अरुण सेना में हैं। मझले बेटे अमित 1 अप्रैल 2014 को 17 पैरा फील्ड रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। दो साल से वो अरुणाचल में टू-माउंटेन डिब में तैनात थे। रामवीर ने बताया कि 31 मई की देरशाम अमित से फोन पर संपर्क साधा। उसने तीन जून को गांव आने के लिए रिजर्वेशन कराने की बात कही थी। इसके बाद रामवीर के पास अगली सुबह आगरा सेना मुख्यालय से फोन आया, उन्होंने उग्रवादियों से लोहा लेते वक्त रात में अमित के शहीद होने की जानकारी दी। बताया कि उनके गोली लगी है। यह सुनते ही पूरे घर में कोहराम मच गया।शहीद अमित का जन्मदिन भी तीन जून का था।भाई सुमित ने बताया कि अमित जन्मदिन वो परिवार के साथ मनाना चाहता था।एक जून को छुट्टी नहीं मिलने के कारण अमित ने 3 जून का रिजर्वेशन करा लिया था अमित की महीने भर पहले हुई थी सगाई अमित अप्रैल में 10 दिन की छुट्टी पर घर आया था उनकी सगाई हुई थी लेकिन शादी की तिथि तय नहीं की 1 मई को वो अरुणाचल चले गए थे ।फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि आगरा की मिट्टी बलिदानियों की है। जंग ए आजादी से लेकर देश के दुश्मनों के खिलाफ जंग तक में आगरा के लाल अपनी कुर्बानी दे रहे हैं। अमित चतुर्वेदी के बलिदान को नमन है।

सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र

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