नमामि गंगे योजना को मिले पंख केन्द्र ने गंगा स्वच्छता को दी प्रमुखता
ब्रह्मावर्त धाट पर अब नाले का पानी सीवेज मे होगा परिवर्तित 13.40 करोड मंजूर
मधुकर राव मोघे
बिठूर। बहुप्रतिक्षित योजना के तहत खास बह्म्रावर्त घाट के बगल मे बह रहे नाले को गंगा मे गिरने न दिये जाने को लेकर जनता के अलावा समाज सेवी संस्थाओ ने काफी प्रयास किया। नतीजा यह कि केन्द्र की मोदी सरकार ने इसे डाईवर्ट करने की गरज से लगभग तेरह दशमलव चालिस करोड की राशि को मंजूरी देदी है।पुराणो मे आदि तीर्थ की संज्ञा पाने वाले ब्रह्मावर्त पृथ्वी का केन्द्र कहलाता है। यही पर पितामह ब्रह्मा जीने अश्वमेघ यज्ञ किया था। किन्तु बिठूर की बस्ती बसने के साथ घरो मे स्तेमाल होने वाला दूशित पानी ने गन्दे नाले का रूप ले लियां। लगभग सन 2002 मे बरसते पानी मे तत्कालीने मुख्य मंत्री रह चुके कर्मठ कल्याण सिंह ने पार्टी के आयोजित एक कार्यक्रम मे इस नाले को हटाए जाने के लिए योजना भी बनाई थी। बतात चले वक्त की तेज घारा मे उस योजना बल नही मिला।अपितु समय ने करवट बदली और अब जाकर केन्द्र सरकार ने नमामि गंगे के तहत आखीर मोहर लगही गयी। गणेश शंकर विद्यार्थी सोध संस्थान के राश्टी अध्यक्ष सर्वेश कुमार सुयस के मुताबिक बिठूर के अलाव केन्द्र सरकार ने 700 सौ करोड राशि से अन्य आठ परियोजनाआ जिनमे चार परियोजना उत्तर प्रदेश क 213.62 करोड रूप्ये अनुमानित लागत से सीवेजेज उपचार जिसमे फरूखाबाद मे दो एस टी पी , 28 एम एल डी0, 5 एम एल डी इतना ही नही फतैहपुर से जुडे बरगडिया नालै के निर्माण को समिल किया गया हें। पश्चिम बंगाल मे 200,07 करोड रूपए की लागत से गंगा मे प्रदूषण को अवरोधित करने का प्रयास किया जाएगा इसमे हाईब्रिड वार्षिक के तहत पीपीपी माॅडल से 40 एमएलडी के अलावा अन्य कार्यो मे बिहार के भागलपुर को हाईब्रीड वर्षिक के तहत पीपीपी माॅडल 65 एमएलडी ,एसटीपी के निर्माण की 268,49 करोड को मजूरी दी है। जहाॅ तक सवाल ब्रह्मावर्त घाट के अलावा कलवारी घाट , टण्डन बाग , भदावरघाट , रामधामघाट, स्मशानघाट , बजरंगधाम आदि नालो पर सरकार को गौर करना पडेगा। बिठूर के समाज सेवी भान श्ंाकर द्विवेदी ,हरीशकर शुक्ला , गंगा जल जीव शुरक्षा समिति के बच्चा तिवारी , राजू दीक्षित आदि ने योजना का स्वागत करते हुए कहा कि देर आयद दुरूस्त आयद केन्द्र की मोदी सरकार ने यह कदम डठाया है तो गंगा माता उनका कल्याण भी करेगी।
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