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Thursday, August 8, 2019

परिंदों को उड़ान नही सिखाता कोई


जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्राॅस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
डीह,  रायबरेली। एक ओर जहां दिन प्रति दिन अभिभावकों का परिषदीय विद्यालयों से मोह भंग होता जा रहा है वहीं शिक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसे भी गुदडी. के भी  लाल हैं जो निरंतर कई वर्षों से बेसिक शिक्षा विभाग की मर्यादा को बचाए रखें हैं, उनमें से एक हैं विकास खंड डीह में कार्यरत  विशेष शिक्षक बृजेश यादव जिन्होने अपने दृष्टिहीन दिव्यांग बच्चों को जो योग्यता अर्जित करायी है उसे सुनकर व देखकर हर कोई आचंभित हो जाता है, ग्राम पूरे बाबू छत्रपाल का पुरवा, पोस्ट टेकारी दाँदू निवासी अंकित मौर्य पुत्र कन्हैया लाल मौर्या कक्षा 8 का छात्र है जिसे देश विदेश की राजधानियां वहाँ के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्रियों के नाम कंटस्थ हैं साथ ही यह बच्चा भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री राज्यपाल, 25 तक पहाड़ा, स्पेलिंग जनरल नॉलेज व लाखों कारोंडों. का हिसाब आदि जैसे अंकित के बाएं हाँथ का खेल हो, इस शिक्षक ने ऐसे ही कई दृष्टिहीन बच्चों को ऐसी योग्यताएं अर्जित कराकर यह साबित कर दिखाया है कि "मंजिलें उन्हें मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से नहीं हौसलों से उड़ान होती है" l  विकास खंड डीह के दिव्यांग बच्चे सदैव ही जिले स्तर पर भी चर्चा का विषय बने रहते हैं,  और कई  बच्चे जिलाधिकारी आदि से) आदि देकर सम्मानित किया था।



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