रायबरेली।। आठ घण्टे की तनखाह और 24 घण्टे की नौकरी , उस पर छुटियों का रोना, फिर चाहे आप गंभीर बीमार ही क्यों न हों। ऐसा ही एक मामला रायबरेली जनपद में सामने आया जंहा पर डायल 100 में तैनात दरोगा अमित शर्मा की सुबह हृदयगति रुक जाने से मौत हो गई । यह घटना सामान्य सी नजर आ रही है लेकिन जब मृतक दरोगा के परिजन सामने आए तो तस्वीर ही बदल गई, पुलिस विभाग का कर्मचारी किस दबाव में काम कर रहा है यह परिजनों के आरोपों ने सामने ला दिया।परिजनों ने आरोप लगाया है कि दरोगा गंभीर रूप से बीमार था उसका इलाज चल रहा था , आगे के इलाज के लिए उसे अवकास चाहिए था लेकिन विभाग ने नही दिया ।साथ ही परिजनों ने डायल 100 प्रभारी पर उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारी सुरक्षा में दिनरात संगीन लिए खड़ा पुलिस कर्मी खुद कितना सुरक्षित है
जब इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह से बात करनी चाही तो साहब ने जानकारी ना होना बताया जो समझ से परे था और जब उनसे कहा गया कि जानकारी करने और इस पर बयान जरूरी है उन्होंने बताया कि अभी मैं कुछ नहीं बता सकता जानकारी करने के बाद ही कुछ बोल पाऊंगा साहब आपका एक ही एक दरोगा ड्यूटी के दौरान खत्म हो जाता है और आपको जानकारी नहीं होती यह बात कुछ समझ से परे ही दिखाई पड़ती लाल परिजनों ने आरोप लगाया है कि डायल हंड्रेड इंचार्ज से लगातार मृतक दरोगा छुट्टी मांग रहा था और उसे अपने इलाज के लिए छुट्टी चाहिए थी लेकिन छुट्टी ना मिल पाने से वह मानसिक रूप से भी ग्रसित हो रहा था और आज उसकी हृदय गति रुक जाने से मृत्यु हो गई।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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