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Saturday, August 3, 2019

शिक्षा अभियान को पलीता प्रधानाचार्य को ही नहीं मालूम है राजपाल का नाम बच्चों का क्या हाल हो गया


महराजगंज,रायबरेली।। बच्चों का मिड डे मील राशन डकार ने वाली प्रधानाचार्य मंजू मिश्रा को नहीं मालूम है उत्तर प्रदेश के राज्यपाल का नाम ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि  बच्चों को कौन सी शिक्षा ग्रहण कराऐगीं प्रधानाचार्य जिसकी चर्चा संपूर्ण क्षेत्र में जोरों पर है। बताते चले कि महराजगंज विकासखंड क्षेत्र के जमुरावाँ का  पूर्व माध्यमिक विद्यालय इन दिनों चर्चा का केंद्र है जहां तैनात प्रधानाध्यापिका मंजू मिश्रा को प्रदेश के राज्यपाल का नाम भी नहीं पता है  ऐसे में यहां की  शिक्षा  राम भरोसे ऐसे में बच्चों के भविष्य का क्या होगा  आज जब स्थानीय पत्रकारों की एक टीम  विद्यालय पहुंची और बच्चों से सवाल किया गया की उत्तर प्रदेश का राज्यपाल कौन है मुख्यमंत्री कौन है और उपमुख्यमंत्री कौन है तो बच्चे किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे सके आखिर देगें भी कैसे जब वही सवाल  प्रधानाध्यापिका अंजू मिश्रा से पूछ लिया गया कि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  कौन है तो वह भी सवाल का जवाब नहीं दे सकी जवाब देती भी कैसे क्योंकि वो इन दिनों बच्चों का मिड डे मील डकारने में व्यस्त हैं गौरतलब हो कि बीते 24 घंटे पूर्व ही कुछ बच्चों के अभिभावक चंद्र प्रकाश तिवारी अशोक तिवारी शालिग्राम तिवारी ओमप्रकाश अमित त्रिपाठी आदि अभिभावकों ने जिलाधिकारी महोदया को एक शिकायती पत्र देकर विद्यालय  प्रधानाचार्य की कार्यशैली को अवगत कराया था शिकायती पत्र के माध्यम से बताया था कि बच्चों को मिलने वाला मिड डे मील का भोजन भ्रष्टाचार में संलिप्त है और  को मिड डे मील का भोजन गुणवत्ता हीन घटिया किस्म का दिया जा रहा है और मिड डे मील का भोजन विद्यालय बंद होने से आधे घंटे पहले दिया जाता है जैसी कई गंभीर शिकायतें की थी और जानकारी में ये भी  होकी ऐसी प्रधानाचार्य को छह माह पूर्व पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच में विद्यालय देर से आना मिड डे मील अनियमितता तथा समय से पहले उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर बना देना जैसी घोर लापरवाही के चलते  पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाचार्य मंजू मिश्रा को निलंबित भी कर दिया गया था और जांच सरेनी विकास खंड शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र चौधरी को दी गई थी लेकिन  विद्यालय ना आकर  प्रधानाचार्य से सांठगांठ कर उन्हीं के पक्ष में रिपोर्ट लगा दी गई जिससे वह फिर बहाल हो गई ऐसे में विद्यालय में अध्ययनरत ढाई सौ से 300 के बीच में  बच्चों का भविष्य कैसे संवरेगा यह चिंता का विषय है।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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