मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। मुख्य मंत्री योगी जी के जनता को किये गए वायदे गढा मुक्त मार्ग मानो बरसों पहले कही बात हो गयी हालात यह है नव निर्माण सडकों पर पाईप लाईन बिछाने के नाम पर कार्यदायी संस्था जिस कदर बेगार भुगतते है उसकी ताजा नजीर है मकडीखेडा मार्ग स्टेट बैंक निकट अलावा हरिजन छात्रावास निकट खुदा पडे गढे बताते चले आज से सात साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग ने १७ करोड़ रुपया से मकड़ी खेड़ा रोड का निर्माण किया था। कल्यानपुर से केसा कालोनी तक की यह रोड जीटी रोड का बेहतरीन विकल्प है, जिसका देख देख पीडब्ल्यूडी विभाग करता है। पीडब्ल्यूडी की आंख के सामने विकास के नाम से कई विभागों ने रोड को तोड़ दिया है और कटिंग के नाम पीडब्ल्यूडी को ठेंगा दिखा दिया है। हाल ही में तीन माह पूर्व जल संस्थान ने इंदिरानगर स्टेट बैंक के सामने टूटी गंगा बैराज की लाइन जोड़ने के लिए रोड कटिंग की थी, जिसके लिए पीडब्ल्यूडी ने जल संस्थान पर २,३२,६०१ रुपया का दावा भी किया है। इसी प्रकार जल संस्थान ने कल्यानपुर सब्जी मंडी तिराहे पर गंगा बैराज लाइन जोड़ने के लिए किया गड्डा लोगों के मरने के लिए छोड़ रखा है। हरिजन छात्रावास के पास तीन माह से बहते पानी को जल संस्थान को ठीक करने का समय नहीं है। रोड की देखभाल के नाम से पीडब्ल्यूडी विभाग केवल कागजी कार्रवाई कर जन मानस को मरने के लिए छोड़ दिया है। क्षेत्रीय निवासी ज्ञान प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि राष्ट्र पति आवास जैसे वीआईपी कालोनी को इन विभागो की मिलीभगत ने लोगों को टूटी सीवर लाइन व टूटी रोड में चलने के लिए मजबूर कर दिया है।
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