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Thursday, August 1, 2019

मुंशी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर गाँधी भवन जनपद के अलग अलग क्षेत्रों की तीन प्रतिभाओं को कर्मयोगी सम्मान से नवाजा गया


अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
शाहजहाँपुर से आशीष कुमार वैश्य की रिपोर्ट
शाहजहांपुर।। नंदनी कला केंद्र, शाहजहांपुर के द्वारा मुंशी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर गाँधी भवन जनपद के अलग अलग क्षेत्रों की तीन प्रतिभाओं संस्था द्वारा रंगकर्मी विवेक टिकेट की स्मृति में चिकित्सा के क्षेत्र में होम्योपैथी फिजिशियन डॉ गौरव कौशल व शिक्षा के क्षेत्र में जी.एफ. कॉलेज के वाणिज्य विभाग के अध्यक्ष डॉ.पुनीत मनीषी व रंगकर्म के क्षेत्र में सोनू सक्सेना को कर्मयोगी सम्मान 2019 मुख्य अतिथि डॉ. अनुराग अग्रवाल व विशिष्ट अतिथि के रूप में रंगकर्मी मनोज मंजुल व नंदनी कला केंद्र के सचिव विक्रम श्रीवास्तव ' टिकेत' ने अंगवस्त्र, प्रतीक चिन्ह व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुंशी प्रेमचंद के द्वारा लिखित बंधुआ मजदूरी पर आधारित नाटक 'सवा सेर गेंहू' का प्रस्तुति भी की गई जिस की उपस्थिति जन समूह के द्वारा तालियों की आवाज के साथ प्रशंसा मिली। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन ईश्वर का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ उपहार है। इस जीवन रूपी उद्यान को सुगंध से परिपूर्ण बनाने के लिए संकल्प, संस्कार, सुविचार व समर्पण भाव से पोषित करना आवश्यक है। हर व्यक्ति अपने जीवन में अलग-अलग भूमिकाएं निभाता है। हर रूप में उसके कुछ अधिकार और दायित्व भी होते हैं। अधिकारो का उपयोग सब करना चाहते हैं। परन्तु जब दायित्व निभाने की बात आती है तो सबसे पहला प्रश्न जो दिमाग में कौंधता है वह है उससे मुझे क्या मिलेगा, मेरा क्या फायदा? हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि व्यक्ति के अधिकार, दायित्व और जबावदेहिता साथ-साथ चलते हैं। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए जिम्मेदारी लेना जरूरी है। एक गुण जो सभी सफल व्यक्तियों में होता है वो है जिम्मेदारी लेने की क्षमता। अत: अपने दायित्वों को स्वीकार करना चाहिए और समझना चाहिए कि जहा हम पहुंचना चाहते हैं वहां अपने देश और समाज को भी ले जा सकते हैं। अक्सर पारिवारिक दायित्वों के निर्वाह के प्रति सजगता देखी जाती है और सामाजिक दायित्वों को अनदेखा कर दिया जाता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, समाज के बिना मानव का पूर्ण रूप से विकास होना सम्भव नहीं है। अपने देश और समाज से ही हमारी पहचान होती है। जिस तरह से हम निस्वार्थ भाव से अपने परिवार की सेवा करते हैं उसी प्रकार अपने देश और समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है। जिस देश में हमने जन्म लिया और जहां हमें प्रगति के मार्ग पर अग्रसर होने के लिए अवसर व सुविधाएं प्राप्त हुईं उस देश व समाज के लिए हमें पूरी ईमानदारी-समझदारी व जिम्मेदारी से अपने दायित्वो का निर्वहन करना चाहिए। पूरी निष्ठा व ईमानदारी से दायित्व निर्वाह का सबसे अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करती है तीन प्रतिभाए जो आज यहाँ पर सम्मानित होगी।विशिष्ट अतिथि ने सम्बोधित करते हुए कहाँ कि नंदनी कला ग्रुप के द्वारा आज जिन तीन प्रतिभाओं का आज सम्मान किया है उन का चयन बिल्कुल उपयोगिता और समाज की मांग के अनुसार कर के यह सिद्ध कर दिया है कि  जो लोग समाज के प्रति अपना दायित्व निष्ठापूर्वक निभा कर समाज को इन नई दिशा दे रहे है ऐसे लोगो का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज को आज ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो समाज को नई दिशा देने के लिए, समाज के रह रहे प्रत्येक व्यक्ति के प्रति निष्ठावान हो।
कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व तीनो सम्मानित प्रतिभाओं ने माँ सरस्वती के चित्र पर मालार्पण व पुष्पांजलि अर्पित किए। अथितियों का स्वागत विनीत श्रीवास्तव, मनोज कृष्ण मिश्रा ने मालार्पण कर के किया।

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