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Tuesday, July 24, 2018

स्थापना से पहले दो ट्रक नीबू का चढावा दिया गया था

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स समाचार पत्र के लिए
कानपुर। महाराष्ट्र के डिस्टिक कोल्हापुर तालुका  अजरा के गाँव  चौहानवाडी मे आज श्रीहनुमान जी के नाम से विख्यात मन्दिर का अपने आपमे अचम्भि कर देने वाला इतिहास है। लगभग देढ सौ साल पहले स्थापना की गयी थी। बताते है ग्रामीणो की काफी मिन्नत के बाद और विद्व जनो के आग्रह पर दो ट्रकों मे नीबू भर लाया गया । बाद उन नीबूवो को संगमर्मर से बनी मूर्ती का उतारा किया गया था इसे गाँव वालो की श्रद्धा की पराकाष्ठ ही कहा जाएगा जो अपने भन्तो की बाधा बला को हर लेते है उन्हे बाधाओं से दूर रखने के लिए नीबूवो का प्रयोग किया था । गाँव के पुराने पुजारी कैलाश वासी सदाशिव पुरी बुवा और ग्रामस्थ दिलीप दलवी की माने तो हनुमान जी के इस विग्रह की स्थापना के बाद विपदाओं का समन हो गया। यू भी भारत अपने आपमे रहस्यों से भरा देश रहा है। अमूमन देखने मे आया ये बात अलग है कि नास्तिक प्रवर्तित के लोग इसे अन्धश्रद्धा कह सकते पर जब सच्चाई सामने आती है तो ब्यक्ति की जिस कथा को मैने लिखा श्रद्धा जागती है ये तो विग्यान भी मानता है और वह भी प्रमाण मिलने पर । आपको विश्वास हो जाएगा येतो सभी जानते है हनुमान को अमरत्व प्राप्त है वे कभी भी प्रगट हो सकते है ऐसा विद्वानों का मत है।

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