शोक सभा निकाला कैंडल मार्च
कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। गुरुवार को कचहरी जाते समय संगम नगरी इलाहाबाद के कर्नलगंज थाना क्षेत्र में दिन दहाड़े जनपद न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की कटरा मोहन चौराहा निकट नलिनी फोटो स्टेट के ठीक सामने बदमाशों द्वारा गोलियों से छलनी कर हत्या किए जाने पर प्रदेश के वकीलों में भूचाल सा आ गया है।सूबे में जगह जगह विरोध प्रदर्शन के साथ अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त है। दोषियों को चिन्हित कर जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर फांसी की सजा दिये जाने को लेकर शुक्रवार को कानपुर देहात जनपद की तहसील मैथा परिसर में लायर्स एशोसिएशन अध्यक्ष सुधीर सिंह भदौरिया के नेतृत्व में वकीलों ने शोक सभा आयोजित कर दो मिनट का मौन रक्खा । सैकड़ो वकील साथियों के साथ कैंडिल मार्च निकाल अधिवक्ता साथी स्वर्गीय राजेश श्रीवास्तव को भाव भीनी श्रद्धांजलि दी। और न्यायिक कार्य से विरत रहकर काम काज बंद रक्खा ।शोक संत्रिप्त परिवार को 50 लाख रुपये का मुवावजे की दिया जाये और हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की।अपने मांग पत्र तहसीलदार ए के सिंह को मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन सौपते हुए जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार को तहसील मैथा में लायर्स एशोसिएशन अध्यक्ष सुधीर सिंह भदौरिया की अगुवाई में इलाहाबाद में दिनदहाड़े हत्यारों की गोलियों से छलनी हुए न्यायालय जा रहे अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की हुई निर्मम हत्या को लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त रहा। दिन भर कामकाज बंद रख वकीलों के जत्थे ने तहसील परिसर में घूम घूम कर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए खूब खरी खोटी सुनाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रोष जाहिर किया। और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन तहसील दार ए के सिंह को सौपते हुए घटना का पर्दाफाश कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की । इस दौरान लायर्स एशोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर सिंह भदौरिया ने आयोजित शोक सभा को संबोधित करते हुए कहा प्रदेश में अपराधियों का राज है इलाहाबाद जैसे पाश इलाके में दिनदहाड़े बेखौफ बदमाशों ने वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की कोर्ट जाते समय दिन दहाड़े निर्मम हत्या कर दी। वह भी उस समय जब घटना स्थल से ठीक दो सौ मीटर पर सूबे की पुलिस के मुखिया ओ पी सिंह मातहतों की क्राइम मीटिंग कर रहे थे। और इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज रहा था 3 माह में 46 हत्याये प्रदेश में गुंडा राज चल रहा है। आये दिन पत्रकार साथियों पर हमलें हो रहे हत्यायें हो रही फर्जी मुकदमे दर्ज हो रहे। तो कही अधिवक्ता साथियों पर गोलियां चलाकर निर्मम हत्या की जा रही कार्यवाही के नाम पर सिर्फ कोरी बयान बाजी 48 घंटे बीतने के बाद भी वकील राजेश श्रीवास्तव के हत्यारे पुलिस की पकड़ से कोसो दूर है। पुलिस हवा में हाथ पैर मार रही है। हत्यारों की गोलियों के शिकार वकील राजेश श्रीवास्तव का परिवार बुरी तरह सदमे में है और भयाक्रांत है।उन्होंने परिजनों को सुरक्षा के साथ साथ 50 लाख रुपये सहायता राशि देने की पुरजोर माँग की। उन्होंने आये दिन सूबे में वकीलों पत्रकार साथियों की हो रही निर्मम हत्यायों को लेकर शासन प्रशासन की नीतियों रीतियों पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि जब समाज के प्रमुख स्तंभ कहे जाने वाले जिम्मेदार लोगों पर हमले हो रहे वह सुरक्षित नहीं है और उन्हें जान गवानी पड़ रही है तो फिर सूबे में आम जनमानस के क्या हालत होंगे इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है । शासन से पुलिस के पेंच कसने की भी अपील करते हुए पुलिस की कार्यशैली में सुधार लाने की आवश्यकता बतायी।उन्होंने कहा कि यदि समय रहते पुलिस चेत जाये तो न जाने कितनी छोटी मोटी घटनाएं जघन्य घटनाओं का मूर्त रूप न ले और उन पर अंकुश लगाया जा सके।सर्व श्री भदौरिया ने खुले स्वर से घटना की निंदा करते हुए रोष व्यक्त किया और मृत वकील साथी राजेश श्रीवास्तव के परिजनों को सुरक्षा के साथ साथ 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की मांग करते हुए घटना के जल्द से जल्द खुलासा कर हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की पुरजोर मांग की।इसके साथ साथ कई अधिवक्ता साथियों ने भी विरोध प्रकट करते हुए विचार व्यक्त किए।आयोजित शोक सभा के दौरान प्रमुख रूप से एडवोकेट प्रेमचंद वर्मा विनोद अवस्थी प्रमोद कुमार देवेंद्र सिंह राजीव कुमार दीक्षित उमाकांत त्रिपाठी अशोक कुमार गौतम विवेक सिंह भदौरिया विजय दीक्षित कृष्ण कुमार शर्मा अनुराग स्वर्णकार रविकांत कमल महावीर विजय सिंह राम नरेश सिंह यादव विनीत शुक्ल कपिल सिंह विजय सिंह शिवम वर्मा आनंद कुमार घनश्याम राजपूत मुकेश कुमार शिव कुमार अजीत अखिलेश कुमार सहित दर्जनों अधिवक्ता गण उपस्थित रहे। एडवोकेट भूपेंद्र सिंह ने कार्यक्रम का बखूबी संचालन किया।
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