वाराणसी।। शहर के आबादी वाले इलाके कैंट में घटित ह्दय विदारक घटना ने सबको झकरोर कर रख दिया है। जहां कैंट के पास निर्माणाधीन चैकाघाट फ्लाइओवर का एक पिलर ऊपर रखते वक्त गिर गया। जिससे उसके नीचे 50 से ज्यादा लोगों के दबे होने की आशंका जतायी जा रही है। खबर लिखे जाने तक आठ लाशें निकाली जा चुकी हैं। ताजा जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर वाराणसी जिला प्रशासन, वाराणसी पुलिस प्रशासन और 39 गोरखा रेजिमेंट और एनडीआरएफ के जवानों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है।घटनास्थल पर बड़ा ही वीभत्स है। निर्माणाधीन पिलर के नीचे कई गाड़ियां और लोगों के दबे हुए हैं, जिन्हें एनडीआरएफए सेना और वाराणसी पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला जा रहा है। कैंट की घटना की अब तक की अपडेट
2013 में 108 करोड़ 24 लाख रुपये का पास हुआ था बजट। पुल की कुल लंबाई 2356 मीटर।जानकारी के अनुसार हॉरिजेन्टल (क्षैतिज) पिलर को चढ़ाते वक्त हुआ बड़ा हादसा। सुरक्षा मानकों का नहीं रखा गया था ख्याल। ऊपर चढ़ायी जा रही थी हॉरिजेन्टल पिलर, नीचे जीटी रोड पर चालू था ट्राफिक। एनडीआरएफ सूत्रों के अनुसार 50 लोगों के मरने की जानकारी दी गयी है। संख्या बढ़ सकती है। बगल में ही रेलवे कॉलोनी होने की वजह से राहत एवं बचाव कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं। दर्जनों क्रेन घटनास्थल पर मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर घटना पर खेद जताया है। पीएम ने मुख्यमंत्री से बातचीत की है। उन्होंने यूपी सरकार को पूरे मामले पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर दुख प्रगट किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद के लिये अधिकारियों को निर्देश दिया।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस मामले में साफ-साफ प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली है।घटना के तकरीबन ड़ेढ़ घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने पर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला। घटनास्थल पर स्थानीय लोग और पुलिस राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। घटनास्थल पर कई गाड़ियां, जिनमें बस, कई कारें और लगभग आधा दर्जन से ज्यादा मोटरसाइकिलें भारी भरकम पिलर के नीचे दबी हुई हैं।लोगों में इस निर्माण के तरीके को लेकर भी गुस्सा देखने को मिल रहा है। खबर लिखे जाने तक वाराणसी जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गये हैं।वाराणसी विश्व हिन्दू परिषद् और वाराणसी बजरंग दल ने सभी कार्यकर्ताओं से रक्तदान का आह्वान किया। आनन-फानन में सरकार ने जांच के लिए गठित की तीन सदस्यीय टीम, कमेटी के अध्यक्ष राजप्रताप सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त, व सदस्य भूपेन्द्र शर्मा, प्रमुख अभियंता सिचांई विभाग व राजेश मित्तम, प्रबंध निदेशक, जल निगम है। सीएम ने 48 घंटे के अंदर विस्तृत आख्या प्रस्तुत करने का दिया निर्देश।
ब्यूरो समाचार
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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