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Friday, April 6, 2018

उत्तर प्रदेश लखीमपुर खीरी विकास से कोसो दूर व नेताओं के झूठे वादो के दलदल में फंसी तहसील मोहम्मदी की ग्राम पंचायते

मोहम्मदी/लखीमपुर खीरी ।। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री गडडा मुक्त सडके, साफ सफाई, स्वच्छता को लेकर इतने सक्रिय नजर आ रहे है।लेकिन कुछ ग्राम पंचायते ऐसी भी है जहाँ विकास का नामो निशान मिट चुका है।जैसे भोगियापुर, भंगेली, पिपरीया,बिचपरी आदि ग्रामपंचायते तो हम बातकर रहे है तहसील मोहम्मदी के गाँव मानेपारा जाने वाले मार्ग की जो अत्यंत जर्जर है।यह मार्ग देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता कि गडडे में सड़क है या सड़क में गडडे।यह मार्ग गडडे में तब्दील हो चुका है और भयंकर जलभराव का शिकार है।जहाँ एक और योगी सरकार का निर्देश था कि सभी सडके गडडा मुक्त होनी चाहिए।वही यहाँ के जिम्मेदार प्रधान व अफसर अपनी नींद से जागने का नाम तक नहीं ले रहे है।इस मार्ग पर स्कूल जाने वाले सैकड़ों छात्र प्रतिदिन गिरकर चोटिल हो जाते हैं।जिससे अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से डरते हैं।इस मार्ग पर गंदगी का भी काफी अम्बार लगा है।जगह जगह कूडे के ढेर लगे है।ग्राम पंचायत का एक मात्र प्राथमिक विद्यालय भी इसी मार्ग पर स्थित है।इतना सब कुछ होने के बाद भी ग्रामीणों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए अधिकारीमस्त है।विधायक के प्रयास से इस मार्ग पर मिट्टी पाटने का कार्य किया गया था।यह मार्ग ग्राम वशियो के लिए काफी उपयोगी है।मगर इसका जो काम कराया गया वो बस जनता के लिए लालीपाॅप की तरह रहा ग्रामीण भ्रष्टाचार के मानक पर बने इस मार्ग को देखते हैं और विभागीय अधिकारी को कौसते है।अब सवाल यह उठता है कि क्या इस मार्ग की मरम्मत के नाम पर भी भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है।क्या मार्ग की मरम्मत बिना सामग्री व गडडो में मिट्टी डाल देने मात्र से ही सम्पन हो जाता है।अपनी समस्या को अवगत कराने के लिए जनता ने इस बात को रखने के लिए मीडियाका सहारा लिया और बताया कि मौजूदा विधायक माननीय लोकेंन्द प्रताप सिहँ से ग्रामीणों ने कई बार मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया।लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्य आगे बढ़ता नजर नहीं आ रहा है।

शिवेन्द्र सिंह सोमवंशी की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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