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Monday, April 23, 2018

सीओ बोले ट्रक के आगे लेट जाओ ,बना चर्चा का विषय

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर।। कानपुर देहात के शिवली जब रक्षक ही भक्षक बन बंदर घुड़की दिखाने लगे तो फिर कैसे मिलेगी जनता जनार्दन को सुरक्षा । कैसे मिलेगा न्याय कैसे लग सकेगा अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश । योगी सरकार में पुलिस महकमा अमानवीयता पर उतारू है जिसका जीता जागता उदाहरण बीते शुक्रवार को देखने को मिला । जब कोतवाली शिवली के रामपुर गाँव का ठेकेदार स्थानीय पुलिस व वन विभाग के जिम्मेदार लोगों की भेंट पूजा कर अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित नीम के पेड़ों को कटवाकर वाहनों में लादकर  ले जा रहा था। कुछ जगरुक्जनों ने ' व्रक्ष धरा के आभूषण है करते दूर प्रदूषण है सूक्ति ' को याद करते हुए नीम के पेड़ों की दुर्दशा देख जेहन में आह जाग उठी । और उन्होंने लकड़ी ठेकेदार की मनमानी पर अंकुश लगाने की ठान शिवली कोतवाली प्रभारी सुरेन्द्र सिंह के सी यू जी नम्बर 9454403705 पर फोन किया जिसका स्विच बंद मिला फिर व्यक्तिगत नम्बर पर मिलाया तो उन्होंने बताया कि मैं अवकाश लेकर बाहर आया हूँ ।विनोद कुमार कार्यभार देख रहे हैं जिस पर उन्हें फोन मिलाया लेकिन बात न हो सकी थक हार कर रसूलाबाद सर्किल क्षेत्र का कार्यभार देख रहे क्षेत्राधिकारी आर के मिश्र के सी यू जी नम्बर 9454458305 पर फोन मिलाया और मामले की जानकारी दी।और लकड़ी लादकर जा रहे वाहन को पकड़ने की गुहार लगायी पर ये क्या क्षेत्राधिकारी तो विफर पड़े । और लकड़ी कटान संबंधी मामले की जिम्मेदारी वन विभाग की बताते हुए शिकायत कर्ताओं को लकड़ी लदे वाहन के आगे लेट जाने तक की सलाह दे डाली। जिसे सुनकर जागरूक जन भौंचक रह गए और रामपुर गांव निवासी लकड़ी ठेकेदार देशराज शासन प्रशासन को खुले आम चुनौती देते हुए बड़े आराम से लकड़ी लदे ट्रक लेकर चला गया।पुलिसिया कार्यवाही से जागरूक जनों के होश फाक्तां हो गए । सी ओ के गैर जिम्मेदार व्यवहार से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। और उन्होंने शासन और प्रशासन के उच्च पदस्थ बैठे अधिकारी से शिकायत करने की बात कही है ।मजे की बात तो यह है कि जब एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पत्रकारों के साथ साथ अधिवक्तागणों के साथ इस तरह का रुतबा ग़ालिब कर बंदर घुड़की देते हुए मीडिया जनो को नियम कायदों का पाठ पढ़ाते हुए रौब ग़ालिब करेगा । साथ हीअराजक तत्वों माफियाओं को बढ़ावा देगा तो फिर कानून का क्या होगा । और अपने उच्च अधिकारियों के नक्शे कदम पर चलते हुए निचले स्तर के पुलिस वाले किस भाषा शैली का प्रयोग करते हुए अपनी उदंडता की सीमा कहाँ तक लांघ जाये यह भी कहना अतिश्योक्ति होगा। सी ओ साहब होश में आओ जोश में होश मत खो पुलिस का काम है गलत काम करने वालों पर कार्यवाही की चाबुक चलाना चाहे चरस स्मैक शराब माफिया हो चाहे लकड़ी माफिया चाहे अराजकता फैलाने वाले गुंडे माफिया आखिर क्षेत्राधिकारी आर के मिश्र को लकड़ी माफियाओं से हमदर्दी क्यों? जो लकड़ी माफ़िया के विरुद्ध कार्यवाही की बात तो दूर बल्कि सारी हदें पार करते हुए शिकायत कर्ताओं को ही लकड़ी लदे वाहनो के आगे लेट जाने की नसीहत देने लगे यह अनुत्तरित प्रश्न लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कोतवाली शिवली क्षेत्र में इन दिनों पुलिस वन विभाग व  लकड़ी माफियाओं की दुरभि संधि के चलते हरे पेड़ो की कटान जोरों पर है । और चंद सिक्कों के चक्कर में जिम्मेदार अधिकारी इस तरह हड़का धमका कर लोंगो की जुबान बंद कराने पर तुले हुए हैं ।

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