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Tuesday, April 24, 2018

प्रधानमंत्री जी पिलाते रहे घुट्टी, पर ये मन्दाकिनी को स्वच्छ न रहने देगे

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। व्यक्ति की मानसिक्ता ही विक्रित हो तो भला निति वाक्य उसे क्यो अच्छा लगेगा। इस संवाददाता ने जो चित्रकूट मे मन्दाकनी के घाट किनारे देखा कैमरा विचलित हो गया और जो रामघाट पर देखा आपको परोस दिया। श्री राकेश अवस्थी ने बताया  कि  तुलसी दास ने इसी रामघाट पर चन्दन घिसा था भगवान राम ने तिलक किया था जब चौदह वर्ष के लिए वन गये थे तब उन्होने काफी समय इस चित्रकूट धाम मे निवास किया था। मन्दगति से प्रवाहित इस नदी की दुर्गति यह है कि यही रहने वा रामनाथ को जब उनके द्वार मन्दाकनी के जल को दूषित करने के अपराध को पूछा जवाब मे उन्होने कहा अरे ये तो हम रोज करते है प्रशासन ने कभी नही रोका समझने वाली बात यह है केन्द्र सरकार ने अलग विभाग नदियो को साफ रखने के लिए तैनात किये है। देखे यहाँ का प्रशासन कब चेतता है।

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