फतेहाबाद,आगरा।। गुबरौठ गांव में आयोजित श्रीमदभागवत कथा में बोलते हुए आर्य ओमकार वशिष्ठ जी के गुरूवार को भगवान श्रीकृष्ण रूक्मणी विवाह का वर्णन किया गया। जिसमें महाराज रूक्म के द्वारा रूक्मणी का विवाह शिशुपाल से तय करते है तब रूक्मणी जी श्रीकृष्ण केा प्रेमपत्र भेजती है तभी भगवान रथमें आकर मन्दिर से रूक्मणी जी का हरण कर ले जाते है। आगे की कथा मे व्यास जी ने कहा कि हर हिन्दू घर में गाय का होना आवश्यक है। जिसमें घर मे गाय नही है वहाँ देवता निवास नही करते है गाय साक्षात देवताओ केा निवास स्थान है। गाय का दूध व घी अमृत के समान है।इस लिए हर घर में गाय के साथ एक तुलसिका बृन्द होना आवश्यक है।इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण व रूक्मणी विवाह की सजीव झॉकी के माध्यम से विवाह वर्णन किया गया।भागवत का आयेाजन सभी ग्राम वासियो के द्वारा किया जा रहा है।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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