रायबरेली के अलिमियाँ कालोनी में अब लगने लगा है अराजकतत्वों का जमावड़ा
यहीं जमती है दोनों दरोगाओं की महफ़िल फिर भी लगातार हो रही है चोरियाँ
रायबरेली ।। अली मियां कॉलोनी में लगता है अराजकतत्व का जमवाड़ा और उनके साथ सम्मिलित होते हैं कोतवाली पुलिस के दो होनहार दरोगा या वही दरोगा जिन्हें कुछ महा पूर्व एक युवक की सरे शाम पिटाई करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया लेकिन खाऊ कमाऊ नीति के चलते इनका 48 घंटे के अंदर बहाली का भी आदेश हो गया सवाल उठता है कि अगर निलंभन हुआ तो बहाली 48 घंटे के अंदर उसी थाने में नियमानुसार गलत है यह हम नहीं कह रह है पुलिस विभाग की नियमावली साफ दर्शाती है कि अगर किसी पुलिसकर्मी का निलंबन उस थाने से किया जाता है उसकी बहाली उसी थाने में नहीं की जाती पुलिस अधीक्षक महोदय जरा इस ओर ध्यान आपका को भी केंद्रित करना चाहिए क्योंकि आपकी ही कलम से निकले आदेश के बाद दरोगाओं को बहाली मिली है फिलहाल बात कुछ माह पूर्व की है तो चलिए अध्याय दूसरा भी लिया जाए उसके बाद हरकत में आए दोनों दरोगा ने लगातार कई मुजरिमों को पकड़ा और उन्हें जेल भी भेज दिया लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है इस पर नजर किसी की नहीं पड़ी क्योंकि यह दोनों दरोगा अपने आप को फेसबुक और व्हाट्सएप पर दबंग घोषित कर चुके हैं या हो सकता है कि यह सलमान खान के फैन या उनकी पिक्चर देखने के बाद यह उनके तरहा काम करना चाहते हो तो बताना जरूर चाहेंगे कि उन पिक्चरों में सलमान खान ने पैसा लेकर काम किया है और उसी नीति पर उतारू है दोनों दरोगा पैसे की धन उगाही कर रहे अब इनका ठिकाना बन चुका है अली मियां कालोनी चंपा देवी मंदिर के सामने क्योंकि यहां के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति जो की प्रॉपटी डीलिंग और ज़मीन का काम भी करते है और उनको ज़रूरत भी थी इन्ही जैसे कर्मियों की और इसका फायदा भी उठाया और इन भ्रष्ट दरोगाओं की पूर्ण रूप से मदद भी कर रहे हैं जिसकी तस्वीरें इन्हीं दरोगाओं ने फेसबुक पर अपलोड भी की है अब सवाल यह उठता है कि पुलिस अधीक्षक महोदय को क्यों नहीं नही दिखाई देता कोतवाली पुलिस किस तरह से लोगों का उत्पीड़न कर रही और इसे देख नहीं पा रहे हैं जिले के आला अधिकारी जिसका पूरा फायदा उठा रहे यह दरोगा पुलिस की वर्दी पहनकर सार्वजनिक जगह पर बैठकर लोगों के साथ बिरयानी और क्या-क्या लुफ्त ले रहे हैं या तो सोचने वाला विषय है फिलहाल जिले की कमान संभाल रहे पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह को इस ओर ध्यान देना होगा की पनिशमेंट के बाद भी अगर यह पुलिस की किरकिरी करा रहे तो जवाब तो साहब आप ही को देना होगा फिलहाल कोतवाली नगर में जिस तरह से सुबह से दलालों का जमावड़ा लगता है या किसी को बताने की जरूरत नहीं है लेकिन अगर यहां पर गरीब व्यक्ति पहुंच जाता है तो उसको बताया जाता है कि अंदर बिना पूछे कैसे आ गए हो यह कोतवाली है तुम्हारा घर नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही पुलिस मित्र के लिए पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया था की किसी भी फरयादी या किसी भी परेशान व्यक्ति अगर अपनी फरियाद लेकर आपके पास आता है तो उसको सुने और उस पर कार्यवाही करें लेकिन कोतवाली पुलिस इस पर गंभीर नहीं 27 अगस्त को सूबे के मुख्यमंत्री रायबरेली दौरे पर होंगे शायद फरियादी भी उनसे मिलना जरूर चाहेंगे अगर इस दौरान कोई भी फरयादी माननीय मुख्यमंत्री के चरणों में गिर गया तो समझ लीजिए कार्यवाही संभव है पुलिस अधीक्षक को ध्यान केंद्रित करना ज़रूर होगा इन बेलगाम हुए दरोगाओं पर और लापरवाह अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होती है यह तो माननीय मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही सुनिश्चित कर पाते हैं या नहीं या एक बड़ा सवाल है।
जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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