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Friday, October 12, 2018

आंवलखेड़ा में पहली बार भव्यता और मनोहारी झांकियों के साथ निकाली भगवान श्रीराम की बारात

एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष प्रो रामशंकर कठेरिया ने उतारी श्रीराम, सीता व हनुमानजी की आरती

आगरा। आंवलखेड़ा में आचार्य श्री राम शर्मा की पावन जन्मभूमि में पहली बार श्रीराम बरात गुरुवार को रात को श्री शिव मंदिर से धूमधाम से निकाली गई। श्रीराम बारात का शुभारंभ एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष व अगरा सांसद प्रो रामशंकर कठेरिया ने सीता राम व हनुमान जी की आरती उतार कर किया। आपको बताते चलें कि श्री राम जी की बारात निकालने के लिए कमेटी ने उपजिलाधिकारी को परिमिसन के प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन इसको नई परम्परागत मानते हुए प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाबजूद भी श्री राम बरात को निकाला गया। एससी/एसटी के चैयरमैन व आगरा सांसद प्रो रामशंकर कठेरिया ने कहा कि यह श्री राम जी की बरात है। इसे कोई रोक नहीं सकता।आराजक तत्व को रोकने के लिए श्रीराम की बरात में व्यवस्था को देखने के लिए काफी फोर्स मुस्तैद रहा। श्रीराम बारात को भव्य रूप देने के लिए पूरे आंवलखेड़ा के शोभायात्रा मार्ग को आकर्षक तोरण द्वार, एलईडी लाइटों, विद्युत झालरों से दुल्हन की तरह सजाया गया। श्रीराम बारात प्रारंभ होते ही पावनभूमि आंवलखेड़ा जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठी। रामबारात में बैंडबाजे, काली अखाड़े, घोड़ा बैंड़ करतब दिखाते हुए चल रहे थे। श्रीराम बारात में आगरा, फिरोजाबाद, एटा की 1 दर्जन से अधिक झांकियां शामिल हुईं। बारात में राधा-कृष्णा, बजरंग बली, शंकर-पार्वती, नरसी, श्रीगणेश, सहित अन्य आकर्षक झांकियां थी। सभी डोले के आगे एक-एक बैंड मधुर ध्वनि बिखरेते चल रहे थे। बारात में आकर्षक डोले में मां जानकी सहेलियां के साथ विराजमान थीं।एक डोले में राजा दशरथ, गुरु वशिष्ठ भरत, शत्रुघ्न के साथ थे। मुख्य रथ पर श्रीराम, लक्ष्मण व गुरु विश्वामित्र विराजमान थे। मुख्य डोले के आगे समिति पदाधिकारी चल रहे थे। वर यात्रा के लिए चारों भाइयों श्रीराम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्र का स्वर्णमयी अलौकिक श्रंगार किया गया। माता जानकी भी स्वर्णमयी श्रंगार में सजी आकर्षक नजर आ रही थीं। सभी पात्रों के मुकुट स्वर्ण जड़ित थे। श्रीराम बारात के लिए कमेटी द्वारा वृंदावन से नई पोशाक मंगाई गईं।मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भव्य बारात की झांकियां देखकर बारातियों का उत्साह दुगना हो गया। रामबारात की झांकियां प्राचीन शिव मंदिर से शुरू हो गई थीं। बरहन रोड़, जलेसर रोड़, पुलिस चौकी आदि क्षेत्र में सभी समुदाय  के लोगों ने बारात का स्वागत किया। मुस्लिम समाज से सैकडों लोग बारात देखने के लिए अपने-अपने स्थानों पर जमा थे। यहां से उन्होंने बारात में शामिल झांकियों को निहारा। खाकसार भी इन क्षेत्रों में व्यवस्थाएं संभाले रहे।

आगरा से राकेश यादव की रिपोर्ट

अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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