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Thursday, October 25, 2018

दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के छात्र ने की खुदकुशी परिजनों ने शिक्षक पर लगाया मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप

रायबरेली।। जनपद के प्रतिष्ठित स्कूलों में शुमार दयावती मोदी पब्लिक स्कूल के कक्षा 6 के छात्र ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के अनुसार छात्र का आए दिन स्कूल में मानसिक व शारीरिक रूप से उत्पीड़न किया जाता था। जिसकी वजह से छात्र सहमा हुआ था और घर में भी अपने मन की बात बता नहीं पाया तनाव से तंग आ चुका रुद्राश पांडे उम्र 11 वर्ष ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। रुद्राश पांडे के परिजनों ने दयावती मोदी पब्लिक स्कूल को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा 15 अक्टूबर के दिन छात्र का मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न किया गया विद्यालय में पहले एक शिक्षिका द्वारा करीब 15 से 16 थप्पड़ मारे गए उसके बाद उसे गैलरी में डंडों से पीटा गया तथा बोला गया कल स्कूल बस द्वारा ना आकर अपने पिताजी के साथ ही आना तथा उसके सामने ही बच्चे के पिता को स्कूल प्रशासन द्वारा फोन किया गया कि कल आप अपने बच्चे को विद्यालय के बस से ना भेजें तथा स्वयं से लेकर विद्यालय आए इसके पश्चात शिक्षिका ने अन्य सहपाठियों से कहा कि यह बच्चा बहुत गंदा है और कोई भी इससे बात नहीं करेगा और यदि कोई इस से बात करेगा तो उसका भी यही हश्र होगा। इसके बाद रुद्राश से किसी बच्चे ने दिनभर कोई बात नहीं की जिसकी वजह से वह घनघोर मानसिक अवसाद की अवस्था में चला गया। विद्यालय की छुट्टी के पश्चात स्कूल बस में भी उस 11 साल की अबोध बालक से किसी भी बच्चे ने शिक्षिका के डर के मारे बात नहीं की। घर आकर उसने खाना खाने से मना कर दिया पूछे जाने पर उसने बताया कि आज उसकी काफी पिटाई की गई है और वह रोने लगा मां ने समझाया तो एक केला बमुश्किल से खाया और उसके बाद उसने ट्यूशन जाने के लिए बस्ता उठाया परंतु ट्यूशन ना जाकर वह सीधे रेलवे ट्रैक पर चला गया और ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। यह सीधे- सीधे आत्महत्याा नहीं बल की हत्या का मामला हैै जिसका जिम्मेदार सिर्फ स्कूल प्रशासन की है। स्थानीय थाना हरचंदपुर द्वारा एफआईआर भी  तत्काल रूप से दर्ज नहीं की गई। समाचार लिखे जाने तक खबर नहीं आई और ना ही ट्विटर के जरिए रायबरेली पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करने का जिक्र किया। ऐसी पढ़ाई के जरिए कैसा भारत बनाया जाएगा प्राइवेट स्कूल सिर्फ पैसे कमाने के औजार बन चुके हैं। जिस तरह से महज 11 साल के रूद्राक्ष ने स्कूल से तंग आकर आत्महत्या कर ली कहीं ना कहीं पूरा स्कूल प्रशासन इस मामले में जिम्मेदार है जिसने एक मासूम से अबोध बालक पर बर्बरता से जुल्म ढाया गया है। जिस बालक को  अपनी गतिविधियों का खुद ही ज्ञान ना हो जो स्कूल में शिक्षा और संस्कार ग्रहण करने के लिए पढ़ रहा हो।असंवेदनशील हो चुके शिक्षक व स्कूल प्रशासन जुल्म की सारी हदें तोड़ते हुए मासूम से बालक के मौत के सौदागर बन जाए। रुद्राश की मां और पिता का रो-रो कर बुरा हाल है वह कहते हैं हमने अपने बच्चे को उच्च शिक्षा संस्थान में इसलिए दाखिला करवाया था कि आगे चलकर वह उन्नति कर सकेगा तरक्की करेगा उसका जीवन सफल होगा। किंतु मेरे बेटे का इन्होंने कत्ल कर दिया मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है कहीं ना कहीं हम ही अपने आप को दोषी मानते हैं कि अगर ऐसे शिक्षण संस्थान में हम भेज देना तो कम से कम हमारा जिगर जिंदा तो रहता। बार-बार इन्हीं बातों को दोहराते हुए वह अचेत से हो जाते हैं पुलिसिया कार्यवाही के बारे में सब जानकारी हमारे संवाददाता द्वारा ली गई तो उन्होंने बताया हम इस सदमे के आगे बेबस हैं कानून हमारा साथ नहीं दे रहा है स्कूल प्रशासन की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि उनकी पहुंच शासन से सत्ता तक है। पुलिस ने तत्काल मामले को संज्ञान लेते हुए एफ आई आर तक नहीं दर्ज की हरचंदपुर थाना अध्यक्ष द्वारा घोर लापरवाही बरती गई। और हकीकत भी यही है रायबरेली में अनगिनत प्राइवेट शिक्षण संस्थान खुल चुके हैं ।जो मनमर्जी से अभिभावकों से फीस वसूलते हैं । शिक्षक भर्ती का कोई पैमाना नहीं है जिसको जैसे बातें हैं उन्हें रख लिया जाता है उनका पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं कराया जाता प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुछ महत्वपूर्ण और चुनिंदा प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में भी आए दिन कोई ना कोई केस होता रहता है विगत महीनों ही ऐसे 2 के सामने आए जब विबग्योर पब्लिक स्कूल में एक छात्र को बेरहमी से पीटा गया था तो दूसरी ओर रेयान इंटरनेशनल स्कूल शिक्षिका ने प्रधानाचार्य पर्सी मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे जिस पर मिल एरिया स्थित पुलिस थाने में एफ आई आर दर्ज हुई थी लेकिन कहीं ना कहीं हो रहे इन सारे अपराधों को दरकिनार करते हुए रायबरेली पुलिस जरा सी भी संजीदा नजर नहीं आती है कम से कम मासूम से छात्रों के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए थे जहां कहीं भी ऐसी वारदातें हुई जिससे भविष्य में स्कूल प्रशासन सबक ले सकें। जिससे किसी भी ऐसे छात्र को अपनी जान ना गंवानी पड़े। हरचंदपुर के रहने वाले छात्र रुद्रांश पांडे बहुत होशियार लड़ बहुत होशियार छात्र था जिसका जिक्र आस-पड़ोस के रहने वाले लोग कर रहे हैं उनका कहना है रुद्रांश बेहद ही शांत और सब  और सभ्य लड़का था जो अपने बड़ों को आदर सत्कार करता था ऐसा हो ही नहीं सकता की शिक्षिका द्वारा लगाया जा रहा गलत आरोप सही हो मनगढ़ंत रूप से स्कूल प्रशासन द्वारा साजिश कर कर उनके मासूम से बच्चे का कत्ल किया गया है जिसका जिम्मेदार दयावती मोदी पब्लिक स्कूल है। फिलहाल अब देखना यह होगा की कानून व्यवस्था क्या कार्यवाही करता है।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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