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Monday, May 7, 2018

कानपुर शहर की एक ही कहानी, सूखे हलक और प्यासी सरकारी पानी की टंकियां

कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। करीब तीस साल पहले तक पानी के लिए उतनी मारामारी नहीं मचती थी जितनी आज है। ये हो सकता है कि शहरों के नाम अलग हों, लोग अलग हों, तहजीब अलग हो, भाषा अलग हो लेकिन पीने के पानी की कमी का सामना कर रहे लोगों का दर्द एक जैसा है। सुबह का नाश्ता बनाने से पहले इस संकट से हर रोज सामना होता है कि क्या पानी मिलेगा। देश की राजधानी दिल्ली हो या यूपी का नवाबी शहर कानपुर पानी की टंकियों के सामने लंबी लंबी भीड़, लोग बेहाल, एक दूसरे के साथ धक्कामुक्की की तस्वीरें सुर्खियां बटोर रही हैं। ऐसे में समाज सेवी संस्था पनाह के तत्वाधान में जल संरक्षण शपथ हेतु एक हस्ताक्षर अभियान का आयोजन संजय वन, किदवई नगर में किया गया। इस मौके पर वार्ड अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया की जल की कमी से बचने के लिए जल का संरक्षण किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जिन इलाको एवं स्थानों पर जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है वहीं पर जल का सबसे ज्यादा अपव्यय होता है।यदि अभी से जल संरक्षण के प्रति हम सभी जागरूक नही होंगे तो आने वाले में निकट समय मे जल की समस्या एक गम्भीर समस्या के रूप में विश्व के सामने खड़ी हो जाएगी।पनाह संस्था द्वारा जल संरक्षण के प्रति आम जनता को जागरूक करने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे आम जनता को शपथ दिलाने के साथ ही पर्चे बांट कर जागरूक भी किया जा रहा है। मुख्य रूप से संस्था प्रबंधक निशांत मिश्रा,संस्था अध्यक्ष एड.समीर शुक्ला,ए.के.सिंह,मोनू अग्रवाल, अखिलेश गुप्ता, अखिलेश्वर सहाय, नीलेश तिवारी, ईशांश तिवारी, धर्मेंद्र राजपूत, श्याम बाजपेई, आशीष छाबड़ा, अभिषेक दीक्षित, कुंदन आदि उपस्थित थे।

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