कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिन्दी समाचार पत्र
कानपुर। आसिफा की घटना ने पूरे हिन्दोस्तान के जर्रे जर्रे आन्दोलन ज्वार पैदा कर दिया।और भी हो क्योन ये तो एक आसिफा इससे भी ज्यादह कुछ ऐसी भी घटनाए होती जो लोगो के संग्यान मे नही आ पाती है। बडे रंज के साथ कहना पड रहा है कि सरकार बेटी बढाओ बेटी पढाओ का नारा तो देती है तो क्या यही तरीका है।यह सरकार केन्द्र और यू पी सरकार के खिलाफ एन एच आर एक्शन कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उस्मान अली ने जुही के अम्बेडकर नगर मे आयोजित केण्डल मार्च के मंच से ब्यक्त किया। उन्होने कहा भारत के कानून मे पेंच ही पेंच है। होना तो यह चाहिये कि ऐसे अपराध करने वालो के साथ मानवी आधार होना ही नही चाहिये ।उन्होने कहा जिसे समाज जानवर मानता है और अमूमन उससे जानवरो जैसा बर्ताव करते है । पर वह इन्सान से बेहतर बर्ताव करते है। बस दो पैर दो हाथ वाला इन्सान सबसे बद्त्तर होता
जारहा है। उन्होने पूरे देश और समाज से अपील की कि वे ऐसे मानसिकता वालो को पहचाने और कानून के हवाले करदे। पुलिस और प्रशासन को चहिये कि अपने कर्तब्यो को इमानदारी से निर्वहन करे कानून मंत्री को चाहिये वे कानून की पेचीदगी को खत्म कर इन आतताइयो के अग भंग का ही नही इससे भी भीषण कानून बनाए। बाद आसिफा की आत्म शान्ति के लिए कैण्डिल मार्च निकाला गया इस मौके वसीम, अंकित,नूरहशन,अर्पित, आदि मौजूद थे।
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Wednesday, April 18, 2018
बलात्कारियों का अंगभग कानून बनाया जाए : उस्मान
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