मधुकर राव मोघे ब्यूरो चीफ कानपुर
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर । योगी सरकार के परवाह न करने वाले अधिकारियों पर यह पंक्ति पूर्णरुप से फिट बैठती है मनो तो मैं गंगा माँ हूँ न मानो तो बहता पानी। बात बहते पानी की नहीं बात बहते पानी में मिले सीवर पानी की है। सावन के महीने में इन्दिरानगर वासी अपने आराध्य देव शिव जी का अभिषेक सीवर जल से करने को मजबूर हैं। बताते चलें की नमामी गंगे योजना के अन्तर्गत जल निगम इन्दिरानगर मुख्य रोड पर सीवर लाइन डाल रहा है, जिससे रोड में जगह जगह गढ्ढे हो चुके हैं। टूटी पाइप लाइन , बहते सीवर , टूटी पाइप लाइन व बरसाती पानी से पूरा इंदिरानगर जल मग्न हो चला है। अधिकारी स्वयं नहीं समझ पा रहे हैं कि बहता पानी बरसात का है या टूटी पाइप लाइन का है या सीवर का है। टूटी पाइप लाइन से सीवर मिला पानी सप्लाई हो रहा है। आनन्द मंगल के महामंत्री ज्ञानप्रकाश का कहना है कि नमामी गंगा योजना के अन्तर्गत पुरानी ३० मीटर सीवर लाइन की सफाई जल निगम को करनी थी, जो नहीं की गयी और ना ही नयी सीवर लाइन का काम पूरा किया गया है। आज जल संस्थान की टीम सारा दिन लगी रही पर कुछ भी सफलता हाथ नहीं आई। अग्रवाल जी का कहना है कि समय रहते विभाग अपना काम पूरा कर देते तो जनता जनार्दन को सीवर का पानी पीने को मजबूर नहीं होना पड़ता। इसे योगी सरकार की बल्ले बल्ले मानी जाए या लापरवाह प्रशासन की महिमा। यू भी महिनो से वर्किंग को लेकर पीडब्लूडी एवं जल निगम के बीच चल रही बावजूद अनिवासी अभियन्ता का यह कहना कि उसकी जानकारी मे समस्या आई ही नही किसी गैरजिम्मेदारी सा लगता है।महिनों पहले अवर अभियंता जल संस्थान रवि कांत जी को समस्या से अवगत कराया जा चुका है।
१- एक माह से ऊपर हरिजन छात्रावास के निकट मुख्य बैराज की लाइन से पानी बह रहा है।
२- राममनोहर लोहिया पार्क के पास टूटी पाइप लाइन में सीवर का पानी जा रहा है।
३- मुख्य रोड एच आई जी १ तिराहे में बहता सीवर पानी दूर दूर तक भर रहा है।
४- बुद्धा हास्पिटल के सामने सीवर का पानी भरा है।
५- माया तिवारी रोड में महीनों से पाइप लाइन टूटी है।
६- तुलसी पार्क में तीन माह से बैराज के पानी की सप्लाई बन्द है।
इतनी समस्याओं में से एक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
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