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Friday, July 26, 2019

मूल्य से भी अधिक बिक रही डीएपी खाद्य, किसान परेशान एस डी एम ने कारवाही का दिया आश्वासन


रायबरेली।। डलमऊ खाद्य विक्रेताओं के हौसले इतने बुलंद है की वह अब किसानों का शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। धान की फसल उगाने के लिए किसानों को डीएपी खाद्य की अत्यधिक आवश्यकता है वही प्राइवेट दुकानदारों द्वारा मूल्य से अधिक खाद्य की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है जिसने मुंह मांगी कीमत दी दुकानदारों ने उसे डीएपी खाद्य दी। इस समय धंधा बड़े जोर शोर के साथ पनप रहा है। लेकिन इसकी भनक तहसील स्तरीय अधिकारियों को भी नहीं है। डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के कुटिया चौराहा, भरसना , डलमऊ, घुरवारा, बरारा बुजुर्ग, मुराई बाग,  कठघर, सहित दर्जनों गांव में मूल्य से अधिक डीएपी खाद्य की बिक्री दुकानदारों द्वारा किया जा रहा है।  लेकिन अधिकारियों द्वारा मनमानी कीमत लेकर खाद्य की बिक्री कर रहे दुकानदारों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कुटिया चौराहा के पास खोली दुकान के संचालकों द्वारा खाद्य के दाम सातवें आसमान पर है। वैसे तो डीएपी खाद की सरकारी कीमत 13 सौ रुपए किसानों द्वारा बताई गई है। परंतु उक्त स्थान पर खुली  दुकानदारों द्वारा डीएपी खाद्य की कीमत 14 1400 रुपए, तो कहीं कहीं किसानों को 15 सौ रुपए बोरी की बिक्री की जा रही है। पीसीएफ गोदामों एवं सहकारी संघों मे अधिक भीड़ होने की वजह से प्राइवेट खाद विक्रेताओं की दुकानों से महंगे दामों पर  खाद्य लेने के लिए मजबूर है। इस संबंध में एसडीएम सविता यादव ने बताया कि मूल्य से अधिक खाद्य की बिक्री का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है मामले की जांच करवा कर मूल्य से अधिक खाद्य बेच रहे दुकानदारों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी


क्या कहते हैं किसान 

भरसना गांव निवासी राधारमण बाजपेई ने बताया कि डीएपी खाद्य की आवश्यकता अधिक होने की वजह से प्राइवेट दुकान संचालक मनमानी कीमत लेकर खाद की बिक्री कर रहे हैं लेकिन प्रशासन द्वारा उन पर कार्यवाही नहीं की जा रही है। भरसना  गांव निवासी किसान विनय त्रिवेदी ने बताया कि सरकार भले ही किसानों के लिए मसीहा साबित हो रही हो लेकिन अधीनस्थ अधिकारी उतने ही बेपरवाह है एक तरफ किसानों का शोषण हो रहा है तो वही अधिकारी मौन धारण किए बैठे है।भरसना निवासी शिवमूर्ति विश्वकर्मा ने बताया कि मूल्य से अधिक डीएपी खाद्य की बिक्री करना भले ही अपराध हो लेकिन दुकानदार खुलेआम इस अपराध को कर रहे हैं अधिकारी उन पर कार्यवाही करने के बजाय दफ्तरों में बैठे रहते हैं।पूरे जबर  निवासी किसान कृपाशंकर यादव ने बताया कि अधिकारियों की अनदेखी की वजह से दुकानदार किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जितनी जिम्मेदार दुकानदार हैं उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदार अधिकारी भी जो दुकानदारों के यहां छापा नहीं मारते स्टॉक से ज्यादा डीएपी खाद दुकानों में डंप है।


जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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