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Monday, July 22, 2019

जिले में नर्सिंग होम संचालकों की मनमानी के चलते गरीबों का हो रहा है शोषण स्वास्थ विभाग साधे चुप्पी


महराजगंज,रायबरेली।। कस्बे के बछरावां रोड पर स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम डीआर सर्जिकल ने मरीजों को एडमिट कर उनकी जेबों पर खुलेआम दाल रहे है डाका  जिसकी शिकायत कई बार उच्चाधिकारियों से की जा चुकी है लेकिन, नर्सिंग होम के डॉक्टर व उच्चाधिकारियों की सेटिंग गेटिंग के चलते क्षेत्र की गरीब जनता लूटी जा रही है। तो वहीं प्रदेश की योगी सरकार को बदनाम करने का काम खुलेआम प्राइवेट नर्सिंग होम संचालित करने वाले लोग कर रहे हैं। यदि जल्द ही इन पर अंकुश न लगाया गया तो, क्षेत्र की जनता जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होगी। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों की होगी। आपको बता दें कि, कस्बे के बछरावां रोड स्थित डीआर सर्जिकल नर्सिंग होम विगत कई वर्षों से संचालित है जिसकी देखरेख डॉ राकेश कुमार यादव करते हैं। डीआर सर्जिकल नर्सिंग होम में प्रसव हेतु जरूरतमंद महिलाओं को भर्ती तो कर लिया जाता है लेकिन, पीड़ित महिलाओं को लखनऊ ले जाकर ऑपरेशन के नाम पर 25 से ₹30 हजार की ठगी की जाती है। जिसकी शिकायत कई बार उच्चाधिकारियों से क्षेत्र की जनता कर चुकी है लेकिन, डॉक्टर के रसूख व मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मिलीभगत के चलते कोई कार्यवाही नहीं होती है और पेशंट की जेब पर खुलेआम डाका डाला जाता है। गौरतलब हो कि, महराजगंज कस्बे के सुखाई के पुरवा निवासिनी राजकुमारी पुत्री शिव बरन को प्रसव हेतु डीआर सर्जिकल नर्सिंग होम परिजन ले गए तो, वहां डॉक्टर राकेश यादव द्वारा विगत 6 दिन पूर्व एडमिट कर यह बताया गया कि, बच्चा पैदा होने में भारी कठिनाइयां हैं इनका ऑपरेशन लखनऊ में होगा। किसी तरह गरीब पीड़ित के परिजन डॉ राकेश यादव की मौजूदगी में लखनऊ गए और पीड़िता राजकुमारी का ऑपरेशन हुआ जिसके बाद राजकुमारी को बेटी पैदा हुई। डॉ राकेश यादव जच्चा-बच्चा को लेकर पुन: डीआर सर्जिकल नर्सिंग होम ले आए और पीड़ित परिवारीजनों से 27 हजार रुपए की मांग करने लगे। गरीब परिजन इतना पैसा कहां से जुटा पाते वे रोते बिलखते हुए डॉक्टर से अनुनय-बिनय करने लगे, परिजन ने कहा कि, इतना पैसा मेरे पास नहीं है मैं कहां से लाऊं लेकिन, डॉक्टर की तानाशाही व हठधर्मिता के चलते आखिरकार परिजन 20 हजार रुपए का कहीं से बन्दोबस्त करके (उधार मांग) कर डॉक्टर राकेश यादव को दिया, जिस पर भी डॉ संतुष्ट नहीं हुआ और वह 7 हजार रुपए की मांग करता रहा। किसी तरह परिजन अपनी बात लेकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के पास पहुंचे और पूरी घटना कि आप बीती बताई वैसे ही डॉ के होश उड़ गए और आनन-फानन डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा को उनके घर पहुंचा दिया। आश्चर्य तो इस बात का है कि, प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ आयुष्मान भारत योजना के तहत गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दे रही है तो, वहीं दूसरी तरफ ऐसे नर्सिंग होम संचालक खुले आम जनता की जेबों पर डाका डाल रहे हैं और सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहे हैं। मामले में जब हमारे संवाददाता ने अधीक्षक डॉ राधाकृष्णन से बात की तो उन्होंने बताया कि, इस नर्सिंग होम की शिकायत पूर्व में भी लोगों ने किया था जिसकी शिकायत उन्होंने स्वयं उच्चाधिकारियों से कर दी थी। वही मामले में जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि, यदि नर्सिंग होम संचालक इतना पैसा ले रहा है तो, मामले को संज्ञान में लेकर डीआर सर्जिकल नर्सिंग होम की जांच करवा कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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