मोहम्मदी,लखीमपुर खीरी।। गुलौली रोड के बीसियो गांवो के सैकड़ो किसान नील गाय के झुण्डो के आतंक से पीड़ित है। क्षेत्र में नील गायो के दर्जनो झुण्ड आंतकवादियो की भाति सक्रिय है जो फसलो को तो भारी नुकसान पहुचा ही रहे है साथ ही रोडो पर छलागे लगाने के चलते आये दिन र्दुघटनाए घटित होती है। बाइक लीलगाय भिडन्त में कई जाने भी जा चुकी है। किसानो के द्वारा काफी समय से इन नील गायो से मुक्ति दिलाये जाने की प्रशासन एवं वन विभाग से की जा रही है लेकिन किसानो की समस्या कोई सुनने को तैयार नही है।
तहसील क्षेत्र के दोनो ब्लाक क्षेत्रो में हजारो की संख्या में मौजूद नील गायो के आतंक से किसान खासा परेशान है। एक साथ दर्जनो के झुण्ड में रहने वाली ये नील गाय जिस खेत या क्षेत्र में पहुच जाये तो वहां के खेत के खेत फसले विशेष रूप से दलहनी, तिलहनी सहित सब्जी वाली फसले पलक झपकाते ही साफ हो जाती है। खेतो की रात-दिन रखवाली करने के उपरान्त भी कृषक इन अताताई नील गायो से फसलो की सुरक्षा नही कर पा रहे है। यही नही ये अताताई नील गायो के झुण्ड जब एन.एच-24 मोहम्मदी-शाहजहांपुर, पसगवाॅ-जे.बी.गंज, गुलौली रोड, बरबर रोड, बरबर से जहानीखेड़ा रोड पर चौकड़ी भरती हुई रोड क्रास करती है तब इन मार्गो से गुजरने वाले वाहनो विशेष रूप से बाइक एवं छोटी कार चालको के लिये ये जानलेवा साबित होती है। वर्ष 2016 में लगभग तीन दर्जन र्दुघटनाओ में पांच लोगो की जाने चली गयी और तमाम लोग गम्भीर रूप से जख्मी हो गये। ये नील गाय फसलो की दुश्मन साबित होने के साथ-साथ वाहन चालको के लिये भी दुश्मन साबित हो रही है। किसानो को दोहरी हानि का सामना करना पड़ रहा है। मोटी लागत लगाकर फसल तैयार की तैयार हुई तो नील गायो का झुण्ड चटकर गया। लम्बे समय से किसान इन नील गायो के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन से करते आ रहे है लेकिन इन जिम्मेदारो के कानो पर जू नही रेंग रही है।
दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
No comments:
Post a Comment