लखीमपुर-खीरी। मौसम के करवट बदलते ही अर्थात् गर्मियों की शुरुआत होते ही मच्छरों का प्रकोप जोरों के साथ बढ़ गया है। मुख्यालय पर ही शहर का ऐसा कोई मोहल्ला नहीं है जहां इस प्रजाति का जबरदस्त प्रकोप न हो। मच्छरों की बढ़ोत्तरी के साथ ही मच्छरों को तथाकथित रूप से मारने वाली क्वायलों लिक्विडों व अगरबत्तियों की बिक्री बढ़ गई है परन्तु मच्छरों से यह कोई भी उपाय छुटकारा दिलाने में सक्षम साबित नहीं हो पा रहे हैं। मच्छरों का प्रकोप अब दिन में भी जारी रहता है जबकि अभी कुछ वर्षों पूर्व ऐसा नहीं था ,कुछ गिनी चुनी जगहों पर ही दिन में मच्छरों का कहर रहता था। ज्ञात हो कि इस जिले में मच्छर जनित रोगों का वैसे भी अधिक खतरा रहता है। रोगों में बुखार की शुरुआत हो चुकी है। इन सबका एक प्रमुख कारण भी जनमानस में चर्चित है कि जब तक यहां किसी समस्या की अधिकता नहीं हो जाती तब तक उस तरफ हमारे देश की मशीनरी का ध्यान जाता ही नहीं है । अगर समय रहते समस्या का निदान हो जाय तो लोगों को जान माल का नुकसान कम उठाना पड़े। नागरिकों की डिमाण्ड है कि नगर क्षेत्र सहित सम्पूर्ण जनपद में दवा का नियमित छिड़काव कर मच्छरों के प्रकोप से छुटकारा दिलाया जाय ताकि लोगों को इसकी वजह से अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े।
दिनेश सिंह सोमवंशी ब्यूरो चीफ लखीमपुर खीरी
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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