कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। बिजली एक ऐसी जरूरत है जिसकी जरूरत को लेकर हजारो रूपया खर्च करके उपभोक्ता विभाग से विद्युत कनेक्शन लेता है। और जब उसे विद्युत ही नही मिलती ।उस पर एसडीओ अलावा जेई अपना मोबाइल बन्द कर लेते है। ऐसेमे आम नागरिक धरना प्रदर्शन कर दे तो इसमे उनकी क्या गलती । मानवाधिकार एक्शन कमेटी के चेयरमैन उस्मान अली ने बताया समस्या का निराकरण एसडीओ और जाई को करना होगा। भागने यामुह चुराने से जनता की समस्या का हल न हो सकेगा। समझने वाली बात यह है जब आक्रास टाइम्स के खुद जिला संवाददाता एस एच ओ से लगातार बत्ती न दिए जाने कारण तो उन्होने बताया कि जब सब स्टेशन की स्थापना हुई थी तभी के फीडर इक्यूपमेन्ट एवं ट्रांसफार्मर लगाए गए है। यहाँ तो फीडर आफ या आन भी लकडी के डण्डे से करना हमारी मजबूरी है।गिनती के लाइन मैन है। क्षेत्र के हिसाब से एक दर्जन लाइन मैन होने चाहिये अधिकारियो समस्या से अवगत करा दिया गया है। सवाल यह उठता है कि विभाग आखरी घटिया सामान लगवाता ही क्यो है। जब विद्युत आपूर्ति जनता को नही मिलेगी तो स्वाभाविक है धरना और प्रर्दशन पर लोग अमादा हो लोगो का तो यह भी कहना है बिजली ठीक से आती नही और बिल बढ़ाई जा कर भेज दिये जाते है।
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Saturday, August 4, 2018
मन्धना विद्युत सब स्टेशन के जेई एसडीओ फोन उठाते नही शिकायत किससे करे : उस्मान अली
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