Translate

Tuesday, August 28, 2018

बेसिक शिक्षा विभाग की हालात बद से बत्तर,नौनिहालो को अभी तक किताबे व ड्रेस नही

रायबरेली ।। जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग की हालात दिन पे दिन बद से बत्तर होती जा रही है।अप्रैल मे सत्र शुरू हुआ लेकिन कई माह गुजरने के बाद भी नौनिहालो को अभी तक किताबे व ड्रेस नही मिल पाई है।जंहा स्कूल प्रशासन अपना पल्ला झाड़ रहा है इसके लिए विभाग को दोषी ठहरा रहा है वही विभाग जल्द ही स्कूलों मे किताबे पहुचने का दावा कर रहा है।अब इसमे बच्चो का भविष्य खराब हो रहा है। जिले मे चल रही बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों के हालात जानने के लिए जब सलोन क्षेत्र के पुर्व माध्यमिक विद्यालय सूची का जायजा लिया गया तो हालात बद से बदतर दिखे।बच्चो के पास ड्रेस नही थी,पुरानी किताबो से बच्चो की पढ़ाई कराई जा रही थी,फर्नीचर का विद्यालय मे टोटा था।शौचालय गंदगी से पटे हुए थे।प्रधानाचार्य अजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया की शासन से जो किताबे आई थी वो बच्चो  को बांट दी गई है अभी तक सिर्फ कक्षा 8 की ही किताबे आई बाकी बच्चो को पुरानी किताबो से पढ़ाया जा रहा है।  बेसिक शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह से जब बात की गई तो उनका कहना था की पुरानी सरकारों की अपेक्षा इस सरकार मे स्थिति मे सुधार आया है।किताबे बच्चो को दे दी गई है।जल्द ही बाकी बचे बच्चो को भी किताबे दे दी जाएंगी। स्कूल में तैनात अध्यापक इस बात को मान रहे हैं कि आधा सत्र बीत जाने के बाद भी छात्र छात्राओं को किताबें ड्रेस व सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है तब भी जिले में तैनात बेसिक शिक्षा अधिकारी इन बातों पर क्यों पर्दा डाल रहे हैं या एक बड़ा सवाल बन गया है  अब देखना यह होगा कि आधा सत्र बीत जाने के बाद इन विद्यालयों में पुरानी किताबों से क्या पढ़ाई करवाते हैं और क्या रिजल्ट लेकर आते है अब अगर ऐसे पढ़ेगा इंडिया तो कैसे बढ़ेगा इंडिया।

जावेद आरिफ ब्यूरो चीफ रायबरेली
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

No comments: