बीएसए ऑफिस के कर्मचारी जब तक कुछ समझ पाते तब तक उनकी कारगुजारियों का पहला खाका तैयाऱ भी हो चुका था।
आगरा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ऑफिस में हर तरफ बेफिक्री का आलम था। यहां के कर्मचारियों की फिरतरत के अनुरूप सुस्ती का माहौल था। अचानक एक युवा पैदल फुर्तीले अंदाज में ऑफिस में दाखिल होता है। इस युवा के कदमों में गजब की फुर्ती थी, तो निगाह बेहद चौकन्नी। जैसे ही कर्मचारियों की निगाह पड़ी उनका गला सूख गया, क्योंकि बिना किसी सूचना के अचानक पैदल ही बीएसए पहुंचने वाला कोई आम फरियादी नहीं बल्कि सीडीओ आगरा रविंद्र मांदड़ थे। बीएसए ऑफिस के कर्मचारी जब तक कुछ समझ पाते तब तक उनकी कारगुजारियों का पहला खाका तैयाऱ भी हो चुका था। दरअसल सीडीओ आगरा रविंद्र मांदड़ अचानक पैदल ही बीएसए ऑफिस जा पहुंचे। उन्होंने पहुंचते ही निरीक्षण शुरू कर दिया। बीएसए कर्मचारियों को सीडीओ के आने की सूचना मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया। सीडीओ ने कार्यालय में घुसते ही गंदगी देख वहां उपस्थित कर्मचारियों की जमकर क्लास लगाई। सफाई कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कल तक बीएसए ऑफिस के किसी भी कौने में तंबाकू के पीक के निशान न मिलें। कार्य़ालय को व्यवस्थित किया जाए। इतना ही उन्होंने प्रभारी बीएसए नीलम को निर्देश दिए कि रोजाना सफाई के फोटोग्राफ उन्हें भेजे जाएं। अगल दोबारा निरीक्षण में गंदगी मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सीडीओ ने बाबुओं की जमकर क्लास लगाई। कौशल किशोर नाम के बाबू को अपने कार्य के बारे में जानकारी होने पर उन्हें निलंबित कर तत्काल उनका प़टल बदले जाने के निर्देश दिए। काफी दिनों से जमें हुए बाबू कुल्दीप, अंकित और यतेंद्र पाल सिंह के बारे में जानकारी मांगी गई कि ये कब से अपने पटवल पर जमे हुए हैं।
बाबू ठेकेदार और पटल सहायक के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए।दरअसल गत वर्ष 517 हैंडपंप लगाए जाने की धनराशि प्राप्त हुई थी, विभाग की तरफ से जिसमें से 258 हैंडपंप लगाए जाने की सूचना दी गई। सीडीओ द्वारा सर्वे कराए जाने पर आठ हैंडपंप मौके पर लगे हुए नहीं पाए गए, इसके अलावा 259 हैंडपंप अभी तक विद्यालयों में नहीं लगाए गए हैं। इस मामले में सीडीओ रविंद्र कुमार मांदड़ ने सहायक लेखाधिकारी सर्व शिक्षा अभियान, पटल सहायक औऱ ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के बीएसए को निर्देश दिए। वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा द्वारा अपने कार्यों में लापरवाही बरतने के लिए जमकर क्लास लगाई और कार्यशैली में सुधार की चेतावनी दी। वही वरिष्ठ सहायक लक्ष्मी नारायण को कार्यों में लापरवाही बरतने के चलते निलंबित किए जाने के निर्देश दिए। बाबू लक्ष्मीकांत को अपने कार्यों की जानकारी न होने के चलते उनकी वेतन वृद्धि रोके जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा लगातार आ रही शिकायतों के चलते बाबू गिरीश कुमार से चार्ज लेते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांचे के आदेश दिए।
सीनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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