अबला की पुकार न्याय करो सरकार पुलिस ने उजाड़ा परिवार
महिला के पति को आगरा पुलिस ने बनाया अपराधी खोलना चाहती हिस्ट्रीशीट
आगरा ।। जनपद में एक तरफ से जहां सूबे की सरकार बार-बार पुलिस को जनता की रक्षा करने तथा भलाई का पाठ पढ़ाती है तो वहीं आगरा की पुलिस चंद चाटुकार हाथों की कठपुतली बन रक्षक की जगह शहर वासियों के लिए भक्षक साबित हो रहे हैं जिस कारण पुलिस से उठ जाएगा भले लोगों का भरोसा जहां एक महिला अपने पति को निर्दोष होने का दावा ठोकती रही रो-रो कर बेहोश हो जाती है तो वहीं योगी सरकार की पुलिस के द्वारा बिना जांच किए हुए ही महिला के सुहाग को जेल भेज कर वाहवाही लूट रही है वाह री योगी सरकार तथा सरकार में काम करने वाले पुलिसकर्मी अगर ऐसा ही करते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब भले लोगों का पुलिस से भरोसा उठ जाएगा पुलिस चाहे तो बेगुनाहों को न्याय दे सकती है और चाहे तो उसको बहुत बड़ा अपराधी बना सकती है यहां पर यह जुमला सटीक बैठता है कि पुलिस किस तरह रस्सी का सांप बनाती है यह पुलिस की जादूगरी किसी से छुपी नहीं है यह कहना एक दिल्ली की पीड़ित महिला कविता का है पीड़िता का यह भी कहना है कि आगरा पुलिस ने मेरा हंसता खेलता परिवार तबाह कर दिया पीड़िता ने अवाम ए हिंद की टीम को बताया कि मेरी बेटियों की छुट्टी पड़ी थी तो मैं अपने पति के साथ अपने मायके आई थी क्योंकि मेरी ससुराल भी दिल्ली में है मेरे मां के घर पर आगरा उत्तर प्रदेश की पुलिस नंद नगरी पुलिस चौकी की पुलिस को लेकर मेरे घर पर आए उनके नेम प्लेट पर नाम विजय सिंह लिखा था पूछने पर पता चला कि हम आगरा थाना लोहा मंडी उत्तर प्रदेश की पुलिस कुछ पूछताछ के लिए आप लोगों की यहां आए हैं आपके यहां पर आशु नाम का व्यक्ति रहता है वह कहां है हमने कहा कि आशु का पता नहीं है उन्होंने मेरे पति आकाश को घर के अंदर से उठाया और मारपीट करने लगे हमने कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यही है आशु है है जबकि पीड़िता ने बार-बार बताया कि यह मेरे पति आकाश हैं यूपी पुलिस ने मेरे पति की आई डी दिखाने को कहा तो मैंने अपने पति की आईडी दरोगा को दे दी आगरा पुलिस को दरोगा विजय सिंह ने आईडी लेकर अपनी जेब में रखकर मेरे पति से मारपीट करते हुए जबरदस्ती कार में डाल ले गए इसकी सूचना हमने सो नंबर पर देकर कहा कि हमारे पति को आगरा की पुलिस बिना कारण के उठा ले गई है हम आगरा लोहा मंडी थाने 6 अगस्त को 10:बजे आगरा पहुंचे तो लोहा मंडी पुलिस ने हमको आकाश से मिलने नहीं दिया और हमें थाने से गाली गलौज देकर भगा दिया जब हमने इस बात की उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई तो हमारी किसी भी उच्च अधिकारी ने सुनवाई नहीं की जब हम कप्तान साहब के यहां प्रार्थना पत्र दिया तो 9 अगस्त को पता चला कि थाना न्यू आगरा में मेरे पति को बंद कर दिया है वहां पर मैं मिलने गई तो मुझे केवल 10 मिनट मिलने का मौका दिया गया बाद में हमें थाने से भगा दिया गया पीड़िता का कहना है कि यूपी सरकार से अबला की गुहार है निर्दोष पति के साथ न्याय किया जाए और दोषी पुलिसकर्मियों के साथ कार्रवाई की जाए महिला का यह भी कहना है कि मेरे पति पर दिल्ली में कभी कोई मुकदमा पंजीकृत नहीं है मेरे पति निर्दोष हैं मैं चीखती चिल्लाती रही रोती रही लेकिन आगरा की पुलिस थाना न्यू आगरा की पुलिस ने मेरी एक नहीं सुनी और मेरे पति को किसी षड्यंत्र के तहत बहुत बड़ा अपराधी घोषित कर जेल भिजवा दिया और हमारे हंसते खेलते परिवार को तबाह कर दिया वही मेरे पति को थर्ड डिग्री दी गई जबकि दिल्ली पुलिस चौकी पर मेरे पति की तलाशी में कुछ नहीं था बाद में आगरा पुलिस ने मेरे पति पर लूट आदि डकैती तमंचा चाकू कहां से निकाला यहां आगरा पुलिस की जादूगरी नहीं तो और क्या है आखिर कब तक निर्दोष लोगों को अपराधी बना कर जेल भेजती रहेगी।
सोनू सिंह ब्यूरो चीफ आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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