कानपुर से मधुकर मोघे की रिपोर्ट
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
कानपुर। तकनिकी सेवा मे लगाए गए कर्मचारी अपने काम मे दच्छ होने चाहिए। पर लगता है कानपुर जल संस्थान के अभियन्ता बेगारी भुगतना चाहते है। वरना इन्द्रा नगर इलाका तुलसी पार्क जहाँ हाल ही मे सड़क बनवाई गयी और जल संस्थान के गैर जानकारों ने सड़क खोद कर रख दी जिसके चलते लोगो को आवागमन मे दिक्कत हो रही है। मजे की बात यह है जब इस बात की जानकारी अवर अभियन्ता को फोन से दी गयी तो जनाब बोलते है दूसरे पुराने ब्यक्ति जो जानकार है को भेजता हू। सवाल यह है कि जनता की गाढी कमाई का धन जो टेक्स के रूप मे सरकार के खाते मे जागती है साथ लाखो रूपये खर्च कर सर्वेयर से क्षेत्र का वर्किंग मैप तय्यार करवाया जाता है। तो उस नक्शे को दराज मे अचार डालने के लिए रक्खा जाता है। यह इस लिए लिक्खे गया क्यो कि आज देश को इक्कीसवीं सदी का सरकार लग चुका है देश निकट भविष्य मे देश वासियो को बुलेट ट्रेन पर सफर करवाने वाले है अपने ओजस्वी प्रधान मंत्री। और जल संस्थान के अभियन्ता 18वी सदी मे सफर कर रहे है। सूत्र बताते है साहब सीट नही छोड सकते अब बेचारा लेबर कुटिया फीता लेकर गढा खोदता तो वह साहब की सीट पर न बैठता चलिये साहब जनता की समस्या है झेल लेगी हमे क्या।
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Tuesday, August 7, 2018
जल संस्थान बिना एरिया मैप करवा रहा पाइप लाइन का काम
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