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Saturday, May 5, 2018

स्वास्थ्य विभाग में खुलेआम, गुंडई लड़कियां कैसे बचाये अपनी इज्जत व जान

सीएचसी पर युवती को कमरे में किया बंद, हंगामा

फिरोजाबाद के टूंडला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर संप्रदाय विशेष के सहकर्मी युवक की करतूत,हदू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं ने धुना आरोपित, थाने ले जाकर पुलिस को सौंपा, डीएम, एसएसपी को सुनाई आपबीती, कई दिनों से परेशान कर रहा था कंप्यूटर ऑपरेटर ।

टूंडला ,फिरोजाबाद।। टूंडला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक कंप्यूटर ऑपरेटर ने सहकर्मी युवती को कमरे में बंद कर उठा ले जाने की धमकी दी। युवती की चीख सुन अन्य कर्मचारियों ने किसी तरह दरवाजा खुलवाया। संप्रदाय विशेष के युवक की करतूत की खबर लगते ही ¨हदू युवा वाहिनी के नेता पहुंचे और आरोपित को धुन डाला। थाने में युवती ने डीएम व एसएसपी को आपबीती सुनाई। साथ ही युवक के खिलाफ तहरीर दी। टूंडला सीएचसी पर एक युवती डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करती है। वहीं सीएचसी पर ही मैटरनल एंड चाइल्ड ट्रे¨कग (एमसीटीएफ) ऑपरेटर शाहरुख भी कार्यरत है। शनिवार सुबह आरोपी युवक ने सीएचसी के एक कमरे में बंद कर धमकाया कि यदि युवती ने उसके हिस्से का काम नहीं किया तो मैं और मेरे फूफा तुझे उठा ले जाएंगे। यह सुन युवती चीखने लगी। आवाज सुनकर स्टाफ मौके पर पहुंचा और दरवाजा खुलवाया। बाहर आने के बाद भी आरोपी शाहरुख ने युवती को धमकाया। सूचना पर ¨हदू युवा वाहिनी के पदाधिकारी पहुंचे और आरोपित शाहरुख की धुनाई कर दी। भाजपा नेता वृंदावन लाल गुप्ता, यतेंद्र जैन, दीपक चौधरी, संजय ¨सह, प्रतिभा उपाध्याय आदि पहुंचे और युवक को थाने ले गए। थाना समाधान दिवस में डीएम नेहा शर्मा और एसएसपी राहुल यादवेंदु को युवती ने आपबीती सुनाई। युवती ने युवक पर छेड़छाड़ के भी आरोप लगाए। डीएम ने सीएमओ को जांच के निर्देश दिए। थाना प्रभारी लोकेश भाटी ने कहा है युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

फूफा है डीपीएम, दवाब बनाने के लिए जारी कराया था आदेश

युवती ने आरोपित के फूफा व स्वास्थ्य विभाग में जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) सरजू खान पर दबाव बनाने के आरोप लगाए। बताया कि सात दिन पूर्व जारी एक आदेश पत्र में युवती से आधा काम कराने का आदेश हुआ था। इसकी पुष्टि विभागीय कर्मचारी भी कर रहे हैं।

फर्जी है डीपीएम का दिव्यांग पत्र, बैठाई जांच

युवती ने डीएम को बतया कि डीपीएम के पास औरेया से बना फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र है। उनके पास कम सुनाई देने का प्रमाण पत्र है। वहीं डीपीएम का कहना है कि काम को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ है। मेरे पास कोई दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं है।

शाम चार बजे तक नहीं हुई जांच

डीएम के आदेश के बाद सीएमओ डॉ. एसके दीक्षित ने पूरे मामले की जांच एसीएमओ डॉ. विनोद कुमार को सौंपी। डॉ.विनोद सुबह 11.30 बजे थाने पहुंच गए, लेकिन शाम चार बजे तक वह जांच नहीं कर सके। पूछने पर कहा कि एक बजे से युवती का फोन बंद है। युवती ने कोई शिकायती पत्र भी नहीं दिया है। संपर्क होने के बाद कुछ कहना संभव होगा।

कश्मीर सिंह मण्डल संवाददाता आगरा
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र

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