बिलारी,मुरादाबाद।। हर वर्ष की भांति जानकी नवमी पर मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी की बहनों के द्वारा सीता नवमी का कार्यक्रम विधि-विधान पूर्वक मनाया गया। इस बार कोरोना महामारी के चलते सभी बहनों ने अपने अपने घरों पर सीता नवमी का कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ मनाया। सर्वप्रथम राम दरबार के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। 13 बार श्री राम जय जय राम विजय मंत्र का विधिवत उच्चारण किया गया और माता सीता की आरती गाई गई। सनातन संस्कृति में माता सीता अपने त्याग एवं समर्पण के लिए पूजनीय हैं। वैशाख मास शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राजा जनक की पुत्री एवं भगवान श्री राम की पत्नी माता सीता का प्राकट्य हुआ था। विश्व हिंदू परिषद की मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी की बहनों के द्वारा हर वर्ष यह कार्यक्रम धूमधाम से किया जाता रहा है लेकिन इस बार लोक डाउन के चलते संगठन के शीर्ष आदेश के अनुसार सभी को अपने अपने घरों पर सीता नवमी कार्यक्रम मनाने के लिए कहा गया था। मातृशक्ति जिला संयोजिका मुरादाबाद ग्रामीण राधा सिंह राघव ने बताया की धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम सहित माता जानकी की पूजा अर्चना करने से समस्त दुखों ,रोगों व संतापों से मुक्ति मिलती है। सुहागिन महिलाएं सीता माता से अपने पति की दीर्घायु तथा वैवाहिक जीवन की सफलता की कामना करती हैं। माता सीता हर भारतीय नारी का आदर्श है। जानकी नवमी कार्यक्रम मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी की बहनों के द्वारा अमरपुरकाशी, फत्तेहपुर नीवरी, रुस्तम नगर सहसपुर,पीपली और आरीखेड़ा आदि गांवों में हर्षोल्लास से मनाया गया।
राघवेंद्र सक्सेना बीनू ब्यूरो चीफ मुरादाबाद
अक्रॉस टाइम्स हिंदी समाचार पत्र
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